यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा : 1दिन पहले स्टाफ को मिलेगा ड्यूटी चार्ट

पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए त्रिस्तरीय कंट्रोल रूम

मेरठ। आगामी 23,24,25 और 30,31 अगस्त को दुबारा आयोजित होने वाली  कांस्टेबल के 60244 पदों पर भर्ती परीक्षा के लिए मेरठ में योजनाबंद्ध तरीके से तैयारी आरंभ कर दी गयी है। मेरठ के 36 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। भर्ती में दूसरे राज्यों से भी छह लाख अभ्यर्थी भाग लेेगे। इस बार परीक्षा में सिविल पुलिस के साथ साथ एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को भी लगाया जाएगा। साथ एआइ तकनीकी का उपयोग कर पेपर को लीक होने से बचने की कवायद की जा रही है। वहीं परीक्षा में इस बार पुलिस, प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है। ताकि नकलविहीन परीक्षा कराई जा सके। एग्जाम से एक दिन पहले स्टाफ को उसका ड्यूटी चार्ट दिया जाएगा।

मेरठ जोन के एडीजी डीके ठाकुर ने बताया कि इस बार परीक्षा के सेंटर दूसरे जिलों में रहेंगे। मेल कैंडिडेट्स की परीक्षा दूसरे मंडल में और फीमेल कैंडिडेट्स की परीक्षा दूसरे जिलों के केंद्रों में होगी। सभी केंद्रों पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट रहेंगे। सेक्टर मजिस्ट्रेट ट्रेजरी से क्वश्चेन पेपर लेकर सेंटर तक पहुंचाएंगें। कहा कि इस बार एग्जाम सेंटर पर चैकिंग के लिए पुलिसकर्मियों की ड्यूटी रहेगी। उसी सेंटर का स्टाफ चैकिंग नहीं करेगा। कैंडिडेट्स से बायोमेट्रिक्स और आधार कार्ड भी लिया जाएगा।

परीक्षा की चैकिंग के लिए त्रिस्तरीय कंट्रोल रूम रहेंगे। सभी परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी रहेंगे। हर एग्जाम सेंटर पर एक कंट्रोल रूम होगा। इन सभी कंट्रोल रूम को जिला स्तर पर बने जिला कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा। सभी जिलों के कंट्रोल रूम को स्टेट लेवल के कंट्रोल रूम से मॉनिटर किया जाएगा। इन कंट्रोल रूम को एडीएम लेवल के ऑफिसर मॉनिटर करेंगे। बताया कि हर एग्जाम सेंटर में आधा स्टाफ उसी सेंटर का और आधा स्टाफ दूसरे स्कूल, कॉलेज का होगा। स्टाफ को परीक्षा से एक दिन पहले बताया जाएगा कि उसे कौन से रूम नंबर में ड्यूटी देना है।

एग्जाम सेंटर्स पर एटीएस और एसटीएफ और सिविल पुलिस भी तैनात रहेगी। साथ ही परीक्षा केंद्रों की लैब की जांच कराई जाएगी, ताकि वहां से पेपर आउट न हो सके। उसके लिए परीक्षा केंद्रों के संचालक पर भी एसटीएफ और पुलिस नजर रखेगी। पुरानी प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराने वाले आरोपितों पर नजर रखने के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा जो जेल में बंद है, उनकी वही निगरानी की जा रही है। जेल से छूटने वाले आरोपितों पर गैंगस्टर का मुकदमा बनाकर दोबारा से गिरफ्तारी की जाएगी। एआइ तकनीकी से ही होगा अभ्यर्थियों के फोटो का मिलान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) की मदद से पुलिस पेपर लीक कराने वालों से लेकर साल्वर गिरोह तक पर शिकंजा कसेगी। एग्जाम दो शिफ्ट में होगा। मेरठ जनपद में 36 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। भर्ती में दूसरे राज्यों से भी छह लाख अभ्यर्थी भाग ले रहे हैं।

वैज्ञानिक तरीके से तीन तरह से जांच की जाएगी। आधार आर्थोटिकेशन की मदद से ओटीपी जनरेट कर भी जांच होगी। साथ ब्लूटूथ डिवाइस पकड़ने के लिए भी जांच होगी। अभ्यर्थियों के फोटो का मिलान भी एआइ तकनीकी से किया जाएगा। पुराना फोटो, आधार कार्ड का फोटो और मौजूद फोटो का पूरी तरह से मिलान होने पर ही परीक्षा में बैठने की अनुमति प्रदान की जाएगी। प्रत्येक परीक्षा केंद्र में सीसीटीवी कैमरे लगाकर उन्हें अधिकारियों के मोबाइल से कनेक्ट किया जाएगा।

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