मेटा एनालिसिस पर मेडिकल कालेज में कार्यशाला का आयोजन 

 मेरठ। रविवार को मेडिकल कॉलेज मेरठ  महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रिड काउंसिल के सदस्यों ने प्रणालीगत समीक्षा(सिस्टमेटिक रिव्यु ) और मेटा-विश्लेषण (मेटा-एनालिसिस) पर व्यापक जानकारी साझा की।

कार्यशाला का आयोजन ग्रिड काउंसिल के तहत प्रो. आर. सी. गुप्ता, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज मेरठ के नेतृत्व में किया गया। कार्यशाला का आयोजन डॉ. सीमा जैन, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष , कम्युनिटी मेडिसिन विभाग, और डॉ. नेहा सिंह, प्रोफेसर, पैथोलॉजी विभाग के मार्गदर्शन मे आर्गेनिसिंग कमेटी द्वारा कराया गया।

कार्यशाला का उद्देश्य मेडिकल छात्रों, शोधकर्ताओं और शिक्षकों को इन महत्वपूर्ण अनुसंधान विधियों की गहन समझ प्रदान करना था।कार्यक्रम का उद्घाटन और स्वागत भाषण डॉ. सीमा जैन, डॉ. नेहा सिंह और डॉ. अर्चिस्मान मोहापात्रा, कार्यकारी निदेशक ग्रिड काउंसिल द्वारा दिया गया। उक्त कार्यशाला में ग्रिड काउंसिल के सदस्यों ने अपने अनुभव और विशेषज्ञता को साझा किया। कार्यशाला की शुरुआत डॉ. रणदीप चौधरी एवं डॉ. तरुण एस. चौधरी, वैज्ञानिक एवं सहायक निदेशक, सोसाइटी फॉर एप्लाइड स्टडीज द्वारा की गयी ।

डॉ. रणदीप चौधरी ने सिस्टमेटिक रिव्यु और मेटा-विश्लेषण की परिभाषा और महत्वपूर्ण कदमों के बारे में जानकारी दी एवं डेटा की गुणवत्ता आकलन की महत्ता और डेटा संश्लेषण के विभिन्न तरीकों पर प्रकाश डाला।

डॉ. तरुण एस. चौधरी ने "शोध प्रश्नों का सूत्रण और समावेशन/बहिष्करण मापदंडों को परिभाषित करना" विषय पर चर्चा की और साथ ही उन्होंने परिणामों की व्याख्या और निष्कर्ष निकालने की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया।

डॉ. दिविता शर्मा, शोध सहयोगी ग्रिड काउंसिल, ने "खोज रणनीति और डेटा निष्कर्षण और प्रबंधन" पर  प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने समग्र साहित्य खोज और डेटा प्रबंधन के लिए रणनीतियों पर जोर दिया।

इस दौरान प्रतिभागियों ने अपने प्रश्नों को उठाया और विशेषज्ञों ने उनके उत्तर दिए।कार्यशाला का समापन डॉ. सीमा जैन और डॉ.अर्चिस्मान मोहापात्रा द्वारा किया गया, जिसमें उन्होंने मुख्य बिंदुओं का सारांश प्रस्तुत किया और धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यशाला के अंत में, डॉ मनीष सिंह, सेक्रेटरी: आईएप्सम यू.पी.- यू.के, ने सभी आयोजको एवं प्रतिभागियो को कार्यशाला के सफल संचालन पर बधाई दी।इस दौरान हिम्स देहरादून से प्रोफेसर डॉ शैली व्यास एवं प्रोफेसर डॉ अभय श्रीवास्तव और जी. एम. सी. हल्द्वानी से प्रोफेसर डॉ रुद्रेश नेगी ने भी कार्यशाला में अपनी उपस्थिति से इस की शोभा बढ़ाई।छात्रों और शोधकर्ताओं ने इस कार्यशाला को अत्यंत लाभदायक बताया और कहा कि उन्हें प्रणालीगत समीक्षा और मेटा-विश्लेषण की जटिलताओं को समझने में महत्वपूर्ण मदद मिली है।इस अवसर पर प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। उपरोक्त कार्यशाला में मेडिकल कॉलेज के संकाय सदस्य,छात्र-छात्राये, सीनियर व जूनियर रेसिडेंट आदि उपस्थित रहे।

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