मॉ-बाप के चल रहे गृह क्लेश में किशोर ने लगायी फांसी 

 मरने से पहले मॉ को फोन वापस लौट आने की अपील की 

मेरठ। मॉ -बॉप के बीच लड़ाई झगडे का शिकार उनकी औलाद को होना पड़ रहा है। मवाना के अटाेरा गांव में एक 16 साल के किशोर ने इस कारण फांसी लगाकर जान दे दी। उसके माता-पिता के बीच लड़ाई झगड़ा रहता था। जान देने से पहले किशोर ने अपने मॉ से फोन पर घर वापस लौट के कहा।लेकिन मॉ  के न लौटने पर किशोर ने दुत्सहासी कदम उठा लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया है। 

 फांसी लगाकर जान देने वाले शोएब का पिता खलील अटौड़ा गांव के मोहल्ला कल्याण सिंह में परिवार के साथ रहता है। वह ई-रिक्शा चलाता है। उसने बताया- परिवार में पत्नी इसराना के अलावा बेटा शोएब और दो बेटियां अरशबा और शबाना हैं। शोएब बच्चों में दूसरे नंबर का था। अरशबा की शादी मेरठ में हो चुकी है।

पत्नी से छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा होता था। इसलिए वह 2 साल पहले घर छोड़कर अपने मायके मुजफ्फरनगर चली गई। उसके बाद से वहीं पर रह रही थी। घर में अभी खलील, शोएब और उसकी छोटी बहन शबाना ही रहते थे। शोएब ने 10वीं तक की पढ़ाई की थी। उसने आगे की पढ़ाई छोड़ दी थी। घर में ही रहता था।शोएब अक्सर अपनी मां से फोन पर बातें करता था। उसने मां को कई बार मनाने की कोशिश की। वह अक्सर कहता कि अम्मी घर लौट आओ। तुम्हारे बिना घर में अच्छा नहीं लगता। लेकिन, मां घर नहीं लौटी। शनिवार को शोएब के ममेरे भाई का मुजफ्फरनगर में एक्सीडेंट हो गया था। पिता खलील और छोटी बहन शबाना दोनों वहां गए थे।

ननिहाल में शोएब की मां इसराना भी थी। शोएब ने  दोपहर में मां को फोन कर कहा कि अब्बू वहां आएं तो उनके साथ वापस घर आ जाना। अब्बू से बात करके उन्हें समझाऊंगा। घर में कभी झगड़ा नहीं होने दूंगा। लेकिन, मां ने वापस मेरठ आने से साफ इनकार कर दिया। इस बात से शोएब आहत हो गया। तनाव में उसने चादर का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। शोएब के फोन में आखिरी कॉल उसकी मां की मिली है। 


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