आज भी श्रवण कुमार जिंदा है?
बेटा-बहू मां को कंधे पर उठाकर करा रहे कांवड़ यात्रा
बुलंदशहर । आज भी श्रवण कुमार जिंदा है। बुलंदशहर में एक ऐसी तस्वीर सामने आयी है। जिसमें एक व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ अपनी मॉ कांवड़ के साथ दिखाई दे रहा है। जिसने भी देखा उसके मुंह से बस यही निकला कि आज भी श्रवण कुमार जिंदा हैं।
बुलंदशहर से एक ऐसा भक्त दिखाई दिया है जो अपनी मां को ही कांवड़ यात्रा करवा रहा है। ऐसे मॉडर्न श्रवण कुमार का साथ उसकी पत्नी भी दे रही है और वह भी सास को पालकी पर बिठाकर कंधों पर उठाकर साथ में ले जा रही है।बुलंदशहर के पहास क्षेत्र के रहने वाले रामकुमार अपनी पत्नी के साथ अनूपशहर से गंगाजल भर कर ला रहे हैं। उनकी मां की उम्र करीब 60 साल है। उनकी मां सरोज देवी की इच्छा थी कि वह भी अपने बच्चों के साथ कांवड़ यात्रा पर जाएं। मां की इसी इच्छा को उनके बेटे और बहू ने पूरा करने की ठानी। उनका बेटा रामकुमार पत्नी के साथ कांवड़ लेकर आ रहे हैं और इसी कांवड़ के साथ उन्होंने एक पालकी भी बनाई है जिसमें उनकी मां को बैठाया।रामकुमार ने अपनी यात्रा सोमवार सुबह से शुरू की है और वह करीब 6 दिनों में 65 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा पूरी करेंगे। रामकुमार के अनुसार वह रोजाना 10 किलोमीटर तक पैदल चलेंगे । सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद श्रवण कुमार की चारों ओर जमकर तारीफ हो रही है। कई लोग इसे अपनी तरह का पहला मामला बता रहे हैं जहां बेटा और बहू दोनों कांवड़ के साथ मां को बिठाकर ले जा रहे हैं।
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