सर्किट हाउस में धरने पर बैठे पूर्व आईपीएस

मुख्य सचिव, डीजीपी से अफसरों ने नहीं होने दी मुलाकात, वीडियो किया जारी

मेरठ। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की मुख्य सचिव और डीजीपी से मुलाकात नहीं हो पाई। शनिवार को अमिताभ ठाकुर अपनी टीम के साथ यहां सर्किट हाउस में दोनों अफसरों से मिलने पहुंचे थे। वो हाथरस कांड और मेरठ कंकरखेड़ा में हुए 1500 करोड़ रुपयों के जमीन घोटाले के संबंध में ज्ञापन देना चाहते थे। लेकिन जिले के अफसरों ने उनकी मुलाकात नहीं होने दी। इसके बाद अमिताभ ठाकुर वहीं सर्किट हाउस में साथियों संग धरने पर बैठ गए। उन्होंने एक वीडियो भी जारी किया जिसमें पूरे प्रकरण को बयां किया।
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि यूपी सरकार के अफसरों की एक निम्न स्तर की हरकत हमने देखी, जब आजाद अधिकार सेना द्वारा उन्हें ज्ञापन देने हम सर्किट हाउस आए, एडीएम, सीओ, एसपी रैंक के अफसरों ने हमें दूसरे कमरे में बैठाया। कहा हमें मुख्य सचिव बुला रहे हैं जब हमने आके देखा तो पता चला वो आके निकल गए हैं। कहा कि जब दोनों अधिकारियों को हमसे नहीं मिलना था तो साफ कह देते नहीं मिलना है, इस तरह हमारे साथ झूठ क्यों बोला। कहा कि हम लोग हाथरस कांड और मेरठ के 1500 करोड़ के कंकरखेड़ा जमीन घोटाला मामले में ज्ञापन देने आए थे। लेकिन अफसरों से मुलाकात नहीं हुई, हमें झूठ में जिस तरह रखा गया उसने यूपी के योगी सरकार के अफसरों का एक झूठ और सामने ला दिया है। कहा कि आजाद अधिकार सेना के साथ हम यहां मेरठ सर्किट हाउस की सीढ़ियों पर धरने पर बैठे हैं, तब तक बैठे रहेंगे जब तक डीजीपी और मुख्य सचिव से हमारी मुलाकात नहीं हो जाती।
पूर्व आईपीएस का वीडियो सामने आने के बाद देर शाम सिटी मजिस्ट्रेट सर्किट हाउस पहुंचे वहां उन्होंने उनका ज्ञापन प्राप्त कर उसे मुख्य सचिव को भेजने का आश्वासन दिया. साथ ही सिटी मजिस्ट्रेट ने इस पूरी स्थिति के उत्पन्न होने के लिए सार्वजनिक रूप से खेद प्रकट किया, जिसके बाद इन लोगों ने अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त किया।

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