सही समय पर उपचार मिलने से मल्टीपल स्केलेरोसिस का मरीज ठीक हो सकता है -डा .कामाक्षी
मैक्स हॉस्पिटल ने मल्टीपल स्केलेरोसिस के लिए मेरठ में शुरू की ओपीडी सेवा
मेरठ। मल्टीपल स्केलेरोसिस का डायग्नोसिस मुश्किल हो सकता है, लेकिन सही देखभाल और सपोर्ट के साथ, मरीज लक्षणों को मैनेज कर सकते हैं और जीवन को पूरा कर सकते हैं। ये कहना है मैक्स की न्यूरोलॉजी सीनियर कसंल्टेंट डा. कामाक्षी धमीजा का ।
गुरूवार को विवि मार्ग स्थित मैक्स सैंटर पर ओपीडी शुरू करने के साथ उन्होंने बताया कि ''मल्टीपल स्केलेरोसिस एक पुरानी कंडीशन है जो सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है, जिससे शारीरिक और कॉग्निटिव अक्षमताएं पैदा होती हैं. लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए प्रारंभिक पहचान और समय पर इलाज महत्वपूर्ण है. एमएस के लक्षण व्यापक रूप से भिन्न हो सकते हैं, लेकिन सामान्य शुरुआती संकेतकों में थकान, चलने में कठिनाई, अंगों में सुन्नता या झुनझुनी, मांसपेशियों की कमजोरी और विजन की समस्याएं शामिल हैं. इन लक्षणों को जल्दी पहचानने और मेडिकल हेल्प देने से एमएस से प्रभावित लोगों के लिए जीवन की गुणवत्ता में काफी सुधार हो सकता है। उन्होंने बताया कि मल्टीपल स्केलेरोसिस का डायग्नोसिस मुश्किल हो सकता है, लेकिन सही देखभाल और सपोर्ट के साथ, मरीज लक्षणों को मैनेज कर सकते हैं और जीवन को पूरा कर सकते हैं। इसलिए शरीर के किसी भी हिस्से में कोई परेशानी आती है। तो कतई लापरवाही न करें। नजदीकी चिकित्सक से सलाह जरूर ले।
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