जोशीमठ में 53 घंटे बाद खुला बदरीनाथ हाईवे
लैंड स्लाइडिंग की वजह से फंसे थे 2000 यात्रीलखनऊ।बदरीनाथ नेशनल हाईवे बंद होने से जोशीमठ और आसपास के इलाके में दो हजार से अधिक तीर्थयात्री फंसे हुए थे, जिसे अब 53 घंटे बाद खोल दिया गया है। 9 जुलाई को भूस्खलन की वजह से हाइवे पूरी तरह गायब हो गया था। इस दौरान, जोशीमठ में कई घंटे इंटरनेट और मोबाइल फोन सेवा भी बाधित रही। इसकी जानकारी उत्तराखंड पुलिस ने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए दी।
फंसे यात्री न परिजनों से संपर्क कर पा रहे थे और न ऑनलाइन भुगतान करके सामान खरीद पाए। दैनिक उपयोग के सामान से लेकर रहने के होटल अचानक डेढ़ गुना तक मंहगे हो गए। उपचुनाव के लिए मतदान के कारण 10 जुलाई को बाजार बंद रहा, लिहाजा कई तीर्थयात्रियों को जरूरी सामान नहीं मिल सका। इसके चलते यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हाईवे का करीब 30 मीटर हिस्सा 9 जुलाई को सुबह छह बजे भूस्खलन की चपेट में आकर पूरी तरह गायब हो गया। बदरीनाथ के दर्शन करने जोशीमठ से आगे गए यात्री सड़क बंद होने के कारण फंस गए।
इंटरनेट बंद होने से बढ़ी परेशानी
यात्रियों का कहना है कि इंटरनेट बंद होने से उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ी। जेब में नगदी कम थी और जरूरी सामान खरीदने के लिए वे ऑनलाइन पेमेंट नहीं कर पा रहे थे। परिजनों से संपर्क न होने से लोग परेशान दिखे। मोबाइल और इंटरनेट सेवा शाम करीब सात बजे बहाल हो पाई।
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