आप सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने दिया इस्तीफा, LG वीके सक्सेना ने किया स्वीकार

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री राजकुमार आनंद के इस्तीफे को उपराज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कानून के मुताबिक, राजकुमार आनंद का इस्तीफा राष्ट्रपति के पास अंतिम निर्णय के लिए भेज दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अंतिरम जमानत पर जेल से बाहर होने के दौरान किए एकमात्र आधिकारिक संचार में एक महीने और 20 दिन के बाद मंत्री राजकुमार आनंद के इस्तीफे को स्वीकार करने की सिफारिश उपराज्यपाल को की थी। वहीं केजरीवाल अंतरिम जमानत खत्म होने के बाद रविवार शाम तिहाड़ जेल चले गए हैं।

बता दें, राजुकमार आनंद ने 10 अप्रैल को अपना इस्तीफा दिया था। चूंकि सीएम केजरीवाल जेल में थे, ऐसे में उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ था। केजरीवाल ने जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद इस पर हस्ताक्षर कर दिया।

आनंद नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके थे। जब केजरीवाल 21 दिनों के लिए जमानत पर बाहर थे, तब उन्होंने एमसीडी में मेयर चुनाव से संबंधित फाइल को उपराज्यपाल को नहीं भेजा, मेयर चुनाव इस कारण लंबित है।

 बता दें कि राजकुमार आनंद के इस्तीफे को स्वीकार करने की उपराज्यपाल को की गई इस सिफारिश के साथ, एससी/एसटी कल्याण, समाज कल्याण, सहकारिता और गुरुद्वारा चुनाव जैसे महत्वपूर्ण विभाग नेतृत्वहीन और पंगु हो गए हैं। क्योंकि उपराज्यपाल को की गई सिफारिशों में केजरीवाल ने इन विभागों को किसी अन्य मंत्री को आवंटित नहीं किया है, जैसा कि कानून में प्रावधान है।


 दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने अपने पद से इस्तीफा देते समय आम आदमी पार्टी पर भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया था। उन्होंने कहा था कि पार्टी भ्रष्टाचार में डूब गई है अब मैं इस पार्टी में नहीं रह सकता। बता दें कि वह दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री थे। राजकुमार आनंद के घर ईडी ने छापेमारी की थी। पार्टी ने तब कहा था कि वह ईडी की रेड से डरकर पार्टी छोड़ी है।

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