तकनीकी कौशल पर हो ध्यान
इलमा अजीम 
विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने और अगले पांच वर्षों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए हमें तकनीकी कौशल, नौकरियों की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ ही बेहतर वेतन सुनिश्चित करने को प्राथमिकता देनी होगी। भारत दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन चुका है। वर्ष 2018-19 के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार वर्ष 2041 के आसपास भारत का यह जनसांख्यिकीय लाभांश शीर्ष पर होगा।श्रमबल में ज्यादा लोगों की मौजूदगी और कम बच्चों का होना, भारत के उच्च आर्थिक विकास के लिए अवसरों की खिड़की है। इसका भरपूर लाभ मिले, इसके लिए जरूरी है कि युवा वर्ग को आर्थिक गतिविधियों में शामिल करने के लिए ज्यादा अवसरों का विस्तार किया जाए जो सामाजिक और आर्थिक निवेश एवं नीतियों के माध्यम से स्वास्थ्य, शिक्षा, शासन और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में मार्गदर्शक का काम करे। 



यदि सरकार नई ढांचागत परियोजनाएं शुरू करना चाहती है तो उसे श्रम, निर्माण, सेवाओं, कृषि उत्पादन कार्य से प्राप्त लाभ और प्रौद्योगिकी के सहारे की जरूरत होगी। इससे रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। सरकार की ज्यादातर नई पहलों का उद्देश्य आने वाले दिनों में रोजगार के नए अवसर पैदा करना है। वर्ष 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने और अगले पांच वर्षों में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए हमें तकनीकी कौशल, नौकरियों की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ ही बेहतर वेतन सुनिश्चित करने को प्राथमिकता देनी होगी। इसके अलावा युवाओं के तकनीकी कौशल विकास पर भी खासा ध्यान देना होगा, जिससे विकास की नई व्यवस्था में वो समन्वय स्थापित कर सकें।

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