डॉक्टरों के आगे गिड़गिड़ाए रह गए, अस्पताल से बेटे का शव ले जाने के लिए नहीं मिली एंबुलेंस
कौशाम्बी । जिले में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां मंझनपुर मेडिकल कॉलज में भर्ती एक युवक की मंगलवार की शाम को इलाज के दौरान मौत हो गई। उसके परिजन पूरी रात डॉक्टरों और कर्मचारियों से एंबुलेंस के लिए गुहार लगाई। लेकिन एंबुलेंस की व्यवस्था करना तो दूर, किसी ने उनसे सीधे मुंह बात तक नहीं की। बुधवार की सुबह जब सीएमएस टहलने निकले तो परिजनों ने उन्हें पूरी घटना बताई।इसके बाद उन्होंने एंबुलेंस की व्यवस्था तो कर दी, लेकिन दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय फटकार लगाकर छोड़ दिया।
कड़ा धाम थाना क्षेत्र के बड़नावां गांव में रहने वाला युवक सुरेमन खेती करता था. एक जून को वह साइकिल से बाजार जा रहा था. जैसे ही वह गुलामीपुर गेस्ट हाउस के सामने पहुंचा, एक बाइक वाले ने टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल सुरेमन को परिजनों ने मेडिकल कॉलेज मंझनपुर में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान मंगलवार की देर शाम उसकी मौत हो गई।
परिजनों ने बताया कि मौत की पुष्टि करते हुए डॉक्टरों ने शव को तो बाहर निकलवा दिया। लेकिन घर ले जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं कराई। जबकि इसके लिए वह पूरी रात गिड़गिड़ाते रहे थे. आखिर में बुधवार की सुबह मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसके शुक्ला टहलने निकले तो परिजनों ने उनसे गुहार लगाई। इसके बाद उन्होंने एंबुलेंस की व्यवस्था कराई और अपने स्टाफ को फटकार भी लगाई।
सीएमएस बोले- खराब थी गाड़ी
हालांकि उन्होंने इस मामले में किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. इस संबंध में सीएमएस डॉ. एसके शुक्ला ने अपने स्टाफ को चेतावनी दी है. कहा कि दोबारा इस तरह की लापरवाही होने पर सख्त एक्शन लिया जाएगा. वहीं कार्रवाई के संबंध में सवाल उठने पर कहा कि रात में गाड़ी में कुछ खराबी आ गई थी, इसलिए सुबह एंबुलेंस की व्यवस्था कराई गई है.
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