कांवड मार्ग पर कार मे ं मरने वालों की शिनाख्त 

 मरने वालो में दो बुलंदशहर के दो गाजियाबाद के निकले 

 कंकाल देख परिजनों की रूह कांपी , बोले भगवान ऐसी किसी को न दे 

 सैंटल खुल जाता तो बच सकती जान ,शीशे खोलन के छटपटा रहे चारों मृतक 

मेरठ। रविवार की रात को कावंड मार्ग पर कार में लगी आग में मरने वाले चारों लाेगों की पहचान हो गयी है। जिसमें दो बुलंदशहर के व दो गाजियाबाद के निकले है। चारों शवों का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा जिससे पहचान की जा सके कि कौन शव किसका है। वहीं सोमवार को हादसे के पीएम हाऊस पहुंचे परिजनों की शवों को देखकर रूह कांप उठी। उनके आंसू रूकने का नाम नहीं ले रहे थे। 

  शनिवार को कार में लगी आग में मरने वालों  की पहचान गाजियाबाद के मानसरोवर पार्क लाल कुआं निवासी ड्राइवर ललित (20) और उनकी मां रजनी (40) के रूप में हुई है। ये दोनों मूल रूप से बुलंदशहर के मोहम्मदपुर कीरी के रहने वाले थे। वहीं, दो अन्य मृतकों में नोएडा के खेड़ा धरमपुरा निवासी राधा (29) और गाजियाबाद के तिबड़ा गांव निवासी कविता (50) हैं। सोमवार को बुलंदशहर व व गाजियाबाद से मृतकों के परिजन सूचना पर मेडिकल स्थित पीएम हाऊस पहुंचे। शवों की स्थिति को देख कर उनके आंसू फूंट पड़े । उनका कहना था ऐसी मौत किसी को न दे। मरने वालों मे मॉ -बेटे भी शामिल है। 

बता दें में चलती कार में  लगी आग के  रोंगेट खड़ी करने वाली तस्वीर सामने आई है। चारों की बॉडी इस कदर जली कि कंकाल तक सिकुड़ गए। कार के नाम पर केवल मैटल बॉडी बची है।आग बुझाने पहुंचे फायर फाइटर प्रवीन कुमार ने बताया लोगों के जलने की गंध से साथी पुलिसकर्मियों को उल्टी होने लगी।1 किमी दूर तक जलने की बदबू फैली थी।आग बुझने पर टॉर्च जलाकर देखा तो रोंगटे खड़े हो गए। कंकाल इस पोजिशन में थे, जैसे बचने के लिए अंदर छटपटाए हों। हाथ-पैर से कांच तोड़ने की कोशिश की, लेकिन कांच भी नहीं टूटे।

प्रवीन ने बताया- आग इतनी भयंकर थी कि कार के शीशे प्रेशर से टूट चुके थे। कार में कंकालों और CNG सिलेंडर के अलावा कुछ नहीं मिला। सिलेंडर एकदम लाल अंगार हो चुका था। अगर हम लोग चंद सेकेंड और देरी से पहुंचते तो सिलेंडर ब्लास्ट हो जाता। सिलेंडर का तापमान उस वक्त 100 डिग्री से कहीं ज्यादा था। हम लोगों ने फौरन सिलेंडर कूल किया। वहां से लोगों को हटाया। पूरा रास्ता ब्लॉक करके डायवर्ट कर दिया।

कार से निकलने को छटपटाते रहे लोग

उन्होंने बताया- ड्राइवर का सिर पीछे की सीट की ओर और कमर का हिस्सा स्टीयरिंग से ऊपर था। पीछे की सीट पर भी दोनों कंकाल भी विंडो से कूदने वाली पोजिशन में मिले। इससे साफ है कि कार सवारों ने खुद को बचाने का पूरा जोर लगाया। कार की विंडो से कूदने की कोशिश की, लेकिन सेंट्रल लॉक खुला नहीं और सभी ने छटपटाते-छटपटाते दम तोड़ दिया।

एसएसपी रोहित सिंह सजवान के मुताबिक, अब तक हुई जांच में पता चला है कि कार गाजियाबाद से हरिद्वार की ओर जा रही थी। चारों मृतकों की पहचान हो चुकी है। मृतक गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर के रहने वाले हैं। सभी के परिजनों को सूचित कर दिया गया है। चारों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। टीम कंकाल के सैंपल लेकर जांच भी कराएगी, ताकि कौन-सा शव किसका है? इसकी पहचान हो सके। गाड़ी मोडिफाइड सीएनजी लग रही है।  सीएनजी में ही कोई खराबी के कारण यह हादसा हुआ है, ऐसा लग रहा है।

.


No comments:

Post a Comment

Popular Posts