गर्भवती महिला गर्भाशय दो बडी रसौली निकालकर महिला का दिया नया जीवन दान 

 माँ  ने  दिया मदर्स डे पर पुत्र रत्न का तोहफा

 मेरठ।  डाक्टर को यू ही भगवान नहीं कहा जाता है। इसे  विज्ञान का चमत्कार ही कहेगी। मुजफ्फरनगर की एक गर्भवती महिला जिसके गर्भाश्य में दो रसौली थी। जिसे चिकित्सकों ने आपरेशन कर दोनो रसोलियों को निकाल कर महिला का नया जीवनदान दिया है। महिला ने नवजात बच्चे को जन्म देकर मदर डे पर परिवार को तोहाफा दिया है। 

 न्यूटिमा हॉस्पिटल में जानकारी देते हुए  डा प्रियंका गर्ग ने बताया मुजफ्फर नगर एक गर्भवती महिला की जांच की तो उसके गर्भाश्य में एक एक किलो की व दूसरी चार सौ ग्राम की रसौली का पता चला। इसके महिला को काफी दर्द हो रहा था। । उसने दिल्ली के बडे बडे अस्पतालों में सम्पर्क किया परन्तु सभी ने उसे ऑपरेशन द्वारा गर्भपात करा कर रसौली निकलवाने की सलाह दी। डा. प्रियंका गर्ग ने सर्जरी के द्वारा केवल उसकी रसौलियाँ निकाल दी। तत्पश्चात वह उसकी प्रेगनेन्सी की ग्रोथ को समय समय पर चैक करती रही। पूरे 8 माह पूर्ण होने पर ऑपरेशन द्वारा बेटा पैदा हुआ जोकि पूर्णतः स्वस्थ है।

उन्होंने बताया कि बताया कि बच्चेदानी को बचाते (रसौली) निकालना एक जटिल ऑपरेशन है जिसमें अत्यधिक रक्तस्राव का खतरा रहता है और प्रेगनेन्सी में यह रिस्क चार गुना बढ़ जाता है। ऑपरेशन के बाद प्रेगनेन्सी की ग्रोथ के साथ बच्चेदानी के स्टॉके खुलने का रिस्क रहता है। परन्तु आवश्यकता पडने पर सावधानी से पक्के टॉके लगाकर Antenatal Myomectomy की जा सकती है। विश्वभर में अभी तक 97 (100 से भी कम) Antenatal Myomectomies रिपोर्टिड है। ऑपरेशन की प्लानिंग और रोक्सीक्यूशन में डिकल कॉलेज की पूर्व प्राचार्या डा. कीर्ति दुबे ने डा. प्रियंका गर्ग की मदद की।न्यूटीमा अस्पताल के डा.प्रियांक गर्ग, डा. शालीन शर्मा, डा. सन्दीप गर्ग ने डा. प्रियंका गर्ग को बधाई दी।

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