भट्ठा कारोबारी की हत्या के मामले में इंचौली के युवक को गाजियाबाद पुलिस ने पकड़ा
आरोपियों को एनेस्थीसिया इंजेक्शन उपलब्ध कराया था
मेरठ। गाजियाबाद के ईंट भट्ठा व्यवसायी योगेंद्र शर्मा की अपहरण के बाद हत्या करने के मामले में पुलिस ने चौथे आरोपी ईश्वर पाल को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। ईश्वरलाल मेरठ के एक निजी हॉस्पिटल में वार्ड बॉय है। उसी ने रुपयों के लालच में हत्यारोपियों को एनेस्थीसिया इंजेक्शन उपलब्ध कराए थे। आरोपियों ने ये इंजेक्शन लगाकर पहले योगेंद्र शर्मा को बेहोश किया, फिर मेरठ ले जाकर हत्या कर दी।
इस मामले में विकास, मनीष और रोहित की गिरफ्तारी हुई थी। तीनों ने 10 लाख रुपए फिरौती वसूलने के लिए अपहरण की बात कुबूली। पूछताछ में खुलासा हुआ कि किडनैपर्स ने योगेंद्र को बेहोश करने के लिए एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाया, लेकिन ओवरडोज की वजह से उसकी मौत हो गई।
पुलिस की जांच पड़ताल में एन्थीसिया का इन्जेक्शन सप्लाई करने वाले व्यक्ति का नाम सामने आ गया। नंदग्राम थाना पुलिस ने रविवार को ईश्वरलाल को गाजियाबाद में गुलधर मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया। वो मेरठ में इंचौली के मेंथना गांव का रहने वाला है और SDS हॉस्पिटल में बतौर वार्ड बॉय काम करता है।
पूछताछ में ईश्वर पाल ने बताया, 'पूर्व में गिरफ्तार हुआ रोहित भी इसी हॉस्पिटल में काम करता था। कुछ दिनों पहले रोहित ने कहा कि मुझे बेहोश करने वाले इंजेक्शन की जरूरत है। अगर तू मुझे लाकर देगा तो इसके बदले मैं अच्छे पैसे दूंगा। पैसों के लालच में मैंने एनेस्थीसिया इंजेक्शन रोहित को दे दिए। जिसके बाद रोहित और अन्य लोगों ने इस इन्जेक्शन का गलत प्रयोग करके हत्या कर दी।'
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