तीन  बहनें मिलकर बच्चा चोरी गैंग चला रही थी 

 तीन महिला व पांच पुरूष समेत आठ को पुलिस ने किया गिरफ्तार 

 दो लाख रूपय में बच्चा बेचने के दिल्ली के निसंतान दंपत्ति से हुआ सौदा 

गर्भवती महिलाओं से दोस्ती कर उनके बच्चाें को करती चोरी 

मेरठ। लालकुर्ती क्षेत्र के रजबन बाजार से चोरी हुए दो माह के बच्चे को सकुशल मुजफ्फर नगर से बरामद कर लिया है। साथी पुलिस को बच्चा चोर गैंग का पता चला है। जो दोनो बहनें चला रही थी।  मेरठ पुलिस ने तीन महिलाओं व पांच पुरूष समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान इस गिरोह की परतें खुलने की संभावना व्यक्त की जा रही है। 

 रजबन निवासी अंकिता की शादी सहारनपुर के गंगोह चकवाली निवासी अमित से हुई थी। शादी के बाद उनके तीन बच्चे हुए। दो माह पहले अंकिता ने चौथे बच्चे के रूप में बेटे को जन्म दिया था। वह अपने पिता के पास आई हुई थी। अंकिता की मुंह बाेली राधिका निवासी हरिद्वार उसके पास आ गयी। शुक्रवार को राधिका अंकिता को लालकुर्ती पैठ बाजार में खरीददारी करने के लिए ले गयी। वहां मौका पाते ही अंकिता के दो माह के बच्चे को लेकर फरार हो गयी। अंकिता तत्काल पैंठ चौकी को इसकी जानकारी दी। वह उसे लेकर थाने में पहुंच  गये।एसओ लालकुर्ती इंदु वर्मा ने अंकिता की बात सुनकर दो सब इंस्पेक्टर गोपाल  व भरत को मुजफ्फर नगर के लिए भेजा । राधिका के मोबाइल को सर्विलांस पर लेकर उनकी निगरानी आरंभ कर दी। टीम भी वहां के लिए रवाना हो गयी।  जहां से पुलिस ने राधिका व बच्चें को सकुशल बरामद कर लिया। 

 राधिका ने छिपाई पहचान 

 राधिका का असली नाम मीनू उर्फ राधा है। वह हरिद्वार की नहीं बल्कि राजुपुर देवबंद की रहने वाली है। वह बच्चा चोर गिरोह की सदस्य है। पुलिस ने अनिता व अन्नू को भी गिरफ्तार किया है। राधिका नकली नोट को बाजार में चलाने वाले गैंग से भी जुड़ी है। वह पूर्व में सहारनपुर  से नकली नोट के मामले में जेल जा चुकी है। 

दिल्ली के दंपत्ति से 2 लाख में किया सौदा

मीनू ने बताया कि ये बच्चा उसने दिल्ली के एक निसंतान दंपत्ति को 2 लाख रुपयों में बेचने के लिए चुराया था। मीनू के पति का नाम कुलदीप है। मीनू राजूपुर थाना देवबंद सहारनपुर की रहने वाली है। पुलिस ने बच्चा चोरी में शामिल मीनू की बहन अनीता को भी गिरफ्तार किया है। अनीता के पति का नाम प्रदीप है जो रामपुरी थाना सिविल लाइन मुजफ्फरनगर का रहने वाला है।

बहन को बच्चा देकर भाग रही थी मीनू

मुजफ्फरनगर पुलिस को मीनू की लोकेशन मुजफ्फरनगर कचहरी में मिली। जहां पहुंचकर पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया। लेकिन मीनू के पास बच्चा नहीं था तब पुलिस ने मीनू से बच्चे के बारे में पूछा, तो पहले वो टालमटोल करती रही। काफी देर बाद उसने बताया कि बच्चा उसने अपनी बहन अनीता को दे दिया है। जो यहीं मुजफ्फरनगर में रहती है। बच्चा बहन के घर उत्तरी रामपुर में है।बताया कि बहन अनीता भी बच्चा चोरी की योजना में शामिल थी। इसके बाद पुलिस अनीता के घर पहुंची जहां से अनीता और चोरी किए बच्चे को पुलिस ने बरामद किया। दोनों के खिलाफ लालकुर्ती थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों को पुलिस मेरठ लालकुर्ती थाना ले आई। वहीं बच्चे को परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। इस गैंग पकड़े जाने के बाद बड़ा खुलाlा 

टीम को एसएसपी ने दिया इनाम

मुजफ्फरनगर की सिविल लाइन थाना पुलिस ने दो महीने के नवजात तनुज को सकुशल बरामद किया। वहीं दोनों आरोपियों को भी पकड़ा। एसएसपी मुजफ्फरनगर की तरफ से टीम को अच्छे काम के लिए 10 हजार रुपए का नगद इनाम भी दिया गया। पुलिस दोनों आरोपियों से और पूछताछ कर रही है, ताकि उनके गिरोह की ओर जानकारी हासिल कर सके।

 एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया यह पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है। बच्चा चोरी होने के बाद कुछ ही घंटों सकुशल बरामद कर पूरे गिरोह की चेन मिल गयी है। इस मामले जल्द खुलासा किया जाएगा। 

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