परीक्षा देने से रोकने पर बीएड के छात्रों ने काटा हंगामा 

एक छात्र पेट्रोल से भरी बोतल लेकर पहुंचा सीसीएस विश्वविद्यालय

कहा वर्ष खराब हुआ तो कर लूंगा आत्महत्या

मेरठ।  बुधवार को बीएड अभ्यर्थियों को कॉलेज द्वारा परीक्षा देने से रोक दिया। छात्रों ने रोकने की वजह पूछी तो उन्हें बताया विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा फॉर्म निरस्त किए गए हैं। जबकि छात्रों का कहना है कि फीस जमा करने के साथ परीक्षा फॉर्म ऑनलाइन सब्मिट किए थे। इसके बावजूद भी परीक्षा से रोका गया। गुस्साए छात्रों ने विश्वविद्यालय के कुलपति का घेराव किया और अपनी मांगे रखी।

समाजवादी छात्र सभा के महानगर अध्यक्ष छात्र नेता हैविन खान के नेतृत्व में सैकड़ों छात्र चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय पहुंचे। उन्होंने विवि के कुलपति कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर नारेबाजी की, उनका कहना है कि एकेडमी मैनेजमेंट बिजनेस कॉलेज मोदीनगर जिला ग़ाज़ियाबाद और मेरठ कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल एजुकेशन खिर्वा जलालपुर के बीएड द्वितीय वर्ष के छात्रों को परीक्षा में शामिल होने से रोक दिया गया है। अभ्यर्थी का कहना है कि उनकी दोनों वर्षों की महा विद्यालयों में फीस जमा है। लेकिन कॉलेज प्रशासन के द्वारा परीक्षा फार्म विश्वविद्यालय से निरस्त करवा दिए गए है।

बीती 20 मई को छात्र परीक्षा देने आईएमआर कॉलेज दुहाई और एमआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज पहुंचे तो परीक्षा केन्द्र पर छात्रों की परीक्षा देने से यह कहकर रोक दिया गया की आपके परीक्षा फार्म विश्वविद्यालय से निरस्त कर दिए गए है। इससे पहले सभी छात्र अपनी बीएड द्वितीय वर्ष की परीक्षा के दो परीक्षा दे चुके है।

इस प्रकरण में सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय पहुंचे और कुलपति को परीक्षा फार्म के सम्बन्ध में परीक्षा दिलाने की मांग की। वहीं एक छात्र लाल बहादुर पुत्र महेन्द्र कुमार निवासी बरेली पेट्रोल की बोतल लेकर विश्वविद्यालय पहुंच गया, ओर बोला अगर उसकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वें विश्वविद्यालय परिसर में ही आत्मादाह कर लेगा। हालांकि छात्र को समझाकर शांत कर दिया गया।

No comments:

Post a Comment

Popular Posts