फ्लिपकार्ट समर्थ मना रहा है विश्व कारीगर दिवस 

मेरठ :  भारत के आर्थिक परिदृश्य की विविधता में कारीगर, बुनकर और शिल्पकार वो रंगीन धागे हैं, जो राष्ट्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान करते हैं। पारंपरिक शिल्प को बढ़ावा देने और जमीनी स्तर पर आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने में इन महिलाओं और सूक्ष्म उद्यमियों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए भारत के घरेलू ई-कॉमर्स बाजार फ्लिपकार्ट ने उनके सशक्तीकरण और उत्थान के लिए प्रतिबद्धता जताई है। 2019 में लॉन्च किया गया फ्लिपकार्ट समर्थ कार्यक्रम अब अपने 5वें वर्ष में भारत भर के दस लाख से अधिक कारीगरों, बुनकरों और शिल्पकारों के लिए आशा और प्रगति की किरण के रूप में खड़ा है। 
 ऋषभ कुमार, विशाल हैंडीक्राफ्ट्स, उत्तर प्रदेश फिरोजाबाद के रहने वाले ऋषभ कुमार 20 साल की छोटी उम्र में ही अपने पिता द्वारा दी गई उद्यमशीलता की विरासत का प्रतीक बनकर सामने आए हैं। कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बीच ऋषभ ने परिवार के पारंपरिक थोक व्यवसाय को डिजिटल बनाने के अवसर का लाभ उठाया और 2021 में फ्लिपकार्ट के माध्यम से ऑनलाइन रिटेल में कदम रखा। यह परिवर्तन विशाल हैंडीक्राफ्ट्स के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ, जिससे उनकी बाजार पहुंच और उत्पाद रेंज बढ़ी। उन्होंने उत्पादों में टेबल लैंप, हैंगिंग लाइट, दीवार लाइट और मोमबत्ती होल्डर जैसी कांच की वस्तुओं को शामिल किया। फिरोज इमरान, यूनिक आट्र्स शॉप, उत्तर प्रदेश यूनीक आट्र्स शॉप के दूरदर्शी फिरोज इमरान सहारनपुर की लकड़ी की नक्काशी के विरासत में डिजिटल पुनर्जागरण का नेतृत्व कर रहे हैं। पिछले साल त्योहारी सीजन के दौरान 9 गुना की आश्चर्यजनक वृद्धि हुई है। फ्लिपकार्ट समर्थ द्वारा समर्थित फिरोज और उनके कारीगरों की टीम ने पूरे भारत के बाजार तक पहुंच प्राप्त कर ली है और इस दौरान उन्हें अमूल्य बिक्री समर्थन और मार्गदर्शन मिला है। रितु देवी, कौशल्या देवी और रामकली, हिमाचल प्रदेश तीन महिला कारीगरों रितु देवी, कौशल्या देवी और रामकली ने हिमाचल प्रदेश में सशक्तीकरण और लचीलेपन की कहानी बुनी है। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और फ्लिपकार्ट समर्थ द्वारा समर्थित उन्होंने वित्तीय आजादी प्राप्त करते हुए ऊनी शिल्प में अपने पारंपरिक कौशल को एक टिकाऊ व्यवसाय मॉडल में बदल दिया। शुरुआत में कुल्लू के छोटे स्थानीय बाजारों तक सीमित, एनयूएलएम और फ्लिपकार्ट समर्थ के साथ उनके सहयोग ने देश भर में बाजार तक पहुंच दी, जिससे उनकी आजीविका में काफी सुधार हुआ। शॉल, टोपी, मफलर, पारंपरिक शीतकालीन परिधान और प्रसिद्ध हिमाचली टोपी जैसे हस्तनिर्मित ऊनी परिधानों में विशेषज्ञता के साथ उनके उत्पाद अब पूरे भारत में ग्राहकों तक पहुंचते हैं। विश्व कारीगर दिवस के अवसर पर फ्लिपकार्ट ने वंचित समुदायों को सशक्त बनाने, स्थानीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर ग्राहकों से जोड़ने की अपनी प्रतिबद्धता को मजबूती दी है। फ्लिपकार्ट समर्थ ने कार्यक्रम के उल्लेखनीय प्रभाव को उजागर करते हुए पिछले वर्ष व्यवसायों को 300ः बढ़ने में मदद की। 50 करोड़ से अधिक ग्राहकों को अखिल भारतीय बाजार तक पहुंच प्रदान करके फ्लिपकार्ट कारीगरों के सपनों को ई-कॉमर्स सेक्टर के साथ एकीकृत करता है। यह पहल सामाजिक कल्याण के प्रति फ्लिपकार्ट के समर्पण की प्रतीक है। यहां एक ऐसे भविष्य की कल्पना है जहां हर कारीगर की क्षमता का जश्न मनाया जाएगा और उसका पोषण किया जाएगा। यहां कुछ कारीगरों की प्रेरक कहानियां हैं, जो फ्लिपकार्ट समर्थ के परिवर्तनकारी प्रभाव का उदाहरण प्रस्तुत करती हैं। उनकी कहानियां बताती हैं कि कैसे फ्लिपकार्ट समर्थ कारीगरों और बुनकरों के बीच सशक्तीकरण और विकास को बढ़ावा देता है।

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