जिला कारागार में उम्रकैद कैदी की मौत पर चार कर्मचारी संस्पेड
मेरठ। मेरठ में चौधरी चरण सिंह कारागार में एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। यहां महिला पर एसिड अटैक के जुर्म में सजा काट रहे कैदी की मौत के बाद परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। वही इस मामले में जेल के चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। बंदी की मौत पर जांच बैठा दी गयी है।
रोहित को 9 अप्रैल को जेल भेजा था और नियमानुसार उसे तन्हा बैरक में रखा गया। यहां बैरक में पहले से एक कैदी मौजूद था। शनिवार सुबह रोहित सोकर नहीं उठा तो ड्यूटी पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने अफसरों को सूचना दी। बंदी की मौत से जिला कारागार में हडकंप मच गया। रोहित को कारागार अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रोहित की मौत से हड़कंप मच गया। इसके बाद रोहित के शव को मोर्चरी भेजा गया।
परिजनों ने जिला कारागार से लेकर मोर्चरी तक हंगामा कर दिया और जेल में हत्या का आरोप लगाया। मामला डीजी ऑफिस तक पहुंच गया। देर शाम डीजी जेल एसएन साबत ने प्रथम दृष्टया दो जेल वार्डन संजय सिंह व सनोज और दो हेड वार्डन हरीशंकर त्रिपाठी व रविंद्र सिंह को निलंबित कर जांच डीआईजी जेल सुभाष चंद शाक्य को सौंप दी। कैदी की मौत के मामले में फिलहाल जांच शुरू कर दी गई है। इस मामले में कई अधिकारियों पर गाज गिरने की संभावना है।
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