जनता का प्यार और मौहब्ब्त देने आया हूॅ- अरूण गोविल 

 जीवन में ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे उनके ऊपर लांछन लगे 

लोकसभा टिकट मिलने के बाद पहली बार मेरठ पहुंचे  रामायण के राम

मेरठ। मंगलवार को मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी और पर्दे के राम अरुण गोविल  मेरठ पहुंचे।उनके  स्वागत में लोगों ने जय श्री राम के नारे लगाए।  इस दौरान मीडिया से बात करते हुए अरुण गोविल ने कहा, मैंने अपने जीवन में कोई ऐसा काम नहीं किया जिससे लोग मेरे ऊपर लांछन लगा सकें। मेरठ की जनता को प्यार और मोहब्बत देने आया हूं।

 अरुण गोविल ने कहा, मैं बहुत ही खुश हूं कि मुझे भाजपा के टिकट पर मेरठ से चुनाव लड़ने का मौका मिला है। मेरा जन्म और पालन-पोषण मेरठ में ही हुआ है। मेरठ की सभी यादें आंखों के सामने घूम रही हैं। यहां की गलियां, स्कूल और घर सब याद आ रहा है। मेरठ मेरी अपनी जगह है। जीवन के 17 साल मेरठ मे बिताए है। मेरठ से मैंने पढ़ाई की है यहां पैदा हुआ हूं, पला-बढ़ा हूं। यहां से मुझे विशेष लगाव है इसका अंदाजा लोग लगा सकते हैं। आज तक मैंने जो भी किया, जो करता रहा वो भी सेवा का ही एक रूप था। अब ये लोगों की सेवा का दूसरा रूप होगा जो यहां से शुरू होगा।उन्होंने कहा-जो काम पहले करता था वही अभी भी करूंगा बस उसका रूप बदल जाएगा। अपनी जगह से लगाव, जुड़ाव कितना होता है ये आप सब जानते हैं। अरुण गोविल ने कंगना रनौत पर हुई टिप्पणी पर में बोलने से इनकार कर दिया। बोले यह बात तो आप उन्हें से पूछो। 

अरुण गोविल ने कहा, पीएम मोदी ने इतने काम किए हैं कि उनके आगे जितने भी जीरो लगा लूं उनकी बराबरी नहीं हो सकती। पीएम मोदी देश और देश की महिलाओं के लिए बहुत काम कर रहे हैं। वादे पूरे कर रहे हैं। वो काफी कर्मठ हैं।अरुण गोविल ने राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अपने टिकट मिलने पर कहा कि आज पूरा देश, विश्व राममय है। पूरा माहौल राममयी है। ऊर्जावान है। प्रभु राम जो ऊर्जा देते हैं उससे पूरा देश ऊर्जावान है। कहा कि संगठन ने मुझे इस जिम्मेदारी के लिए चुना है इसलिए मैं कुछ और नहीं कह सकता।

उन्होंने  भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय हरमन सिटी में चुनावी तैयारियों की बैठक में भाग लिया । बैठक में प्रदेश महामंत्री धर्मपाल भी मौजूद रहे । बैठक में सीएम योगी और पीएम मोदी की आगामी सभाओं की तैयारी पर चर्चा की गयी।  बैठक अरुण गोविल के साथ जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं की परिचय बैठक हुई । मंगलवार को दिल्ली में पार्टी कार्यालय में भाजपा की चुनावी तैयारियों को लेकर बड़ी बैठक हुई। इस बैठक में अरुण गोविल भी थे। अरुण गोविल दिल्ली से बाई कार मेरठ पहुंचे हैं।

अरूण गोविल का जीवन परिचय 

रामायण में ‘श्रीराम’ का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल का जन्म 12 जनवरी 1958 को मेरठ कैंट में हुआ। उनके पिता चंद्रप्रकाश गोविल मेरठ नगर पालिका से जलकल अभियंता थे।अरुण गोविल की शुरुआती पढ़ाई मेरठ के एक स्कूल में ही हुई। इसके बाद मेरठ के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। उनके पिता चाहते थे कि वह एक सरकारी कर्मचारी बने, जबकि अरुण कुछ ऐसा करना चाहते थे जिसके लिए उन्हें याद किया जाए।अरुण 6 भाई और 2 बहनों में चौथे नंबर के हैं। गोविल ने अभिनेत्री श्रीलेखा से शादी की है। उनके दो बच्चे हैं, सोनिका और अमल। 1975 में 17 साल की उम्र में अरुण मुंबई आ गए थे, जहां उनके भाई का सैटल्ड बिजनेस था।


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