सीएए लागू होने के बाद  ड्रोन के माध्यम से शरारती तत्वों पर रखी जा रही कड़ी नजर 

पुलिस कर्मियों की छुटटियों को किया रद, काम पर लौटने के निर्देश जारी 

मेरठ। सीएए को लेकर केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है। इसे लेकर पश्चिमी यूपी में खास तौर पर चौकसी बरती जा रही है। माहौल खराब करने वालों पर सख्ती करने और बवाल करने वालों के घर पर बुलडोजर चलाने के निर्देश दिए गए हैं।

नागरिकता संशोधन अधिनियम अधिसूचना केंद्र सरकार ने 11 मार्च को जारी कर दिया। सीएए अधिसूचना के जारी होने के बाद पश्चिमी यूपी में पुलिस और खुफिया एजेंसियां चौकस हैं। लखनऊ से हर जिले की पूरी रिपोर्ट ली जा रही है। अधिकारियों के आदेश हैं कि कोई माहौल बिगाड़ने का प्रयास करता है तो सख्त कार्रवाई करें।

मेरठ जोन को सीएए के हिसाब से संवेदनशील की श्रेणी में रखा है। सभी खुफिया एजेंसियों को अलर्ट किया है। पुलिस, पीएसी, आरएएफ के अलावा एसटीएफ और एटीएस को निगरानी करने के लिए कहा है। सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए कई टीमें लगाई गई हैं। मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और बुलंदशहर में पिछली बार हुई हिंसा को देखते हुए इन जिलों पर खास फोकस रहेगा।

एडीजी, आईजी, एसएसपी से सुरक्षा को लेकर पूरा प्लान तैयार किया है। पुलिस और खुफिया एजेंसियाें ने पूरी तैयारी की है। पुलिस की सख्ती को देखकर साफ लगता है कि सीएए अधिसूचना के बाद किसी ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया तो सख्ती से निपटा जाएगा।

दिसंबर 2019 में केंद्र सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून लागू करने की बात कही तो वेस्ट यूपी के कई जिलों में बवाल हुआ था। मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर और बुलंदशहर में जमकर उत्पात मचाया था। सैकड़ों वाहन, बिल्डिंग और पुलिस चौकी जलाई थी।

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