एक स्वाभिमानी राष्ट्र ही सशक्त संबल विकसित और मजबूत राष्ट्र बन सकता है-बालमुकुंद पांडे

मेरठ।  स्व के जागरण अर्थात अपनी विरासत अपनी इतिहास संस्कृति एवं परंपराओं के प्रति स्वाभिमान का भाव तभी जागृत हो सकता है जब अपना इतिहास का वास्तविक स्वरूप हमारे सामने हो। हमारी भावी पीढ़ी के जानकारी में हो और इसलिए भारतीय इतिहास को भारतीय दृष्टिकोण से भारतीयता के धरातल पर खड़े होकर देखने की आवश्यकता है । एक स्वाभिमानी राष्ट्र ही सशक्त संबल विकसित और मजबूत राष्ट्र बन सकता है । 

उक्त विचार इतिहास विभाग चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के वीर बदा बैरागी सभागार में अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ बालमुकुंद पांडे ने व्यक्त किया। डॉक्टर पांडे ने इतिहास को जीवन का अनिवार्य अंग एवं विकास का आधार बताया। उल्लेखनीय है कि आज 2 मार्च 2024 को अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र का क्षेत्रीय अधिवेशन एवं इस अवसर पर  इतिहास लेखन समस्या विविध आयाम विषयक संगोष्ठी इतिहास संकलन समिति मेरठ प्रांत और इतिहास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम मैं  अलग-अलग सत्र चले। 

जिसमें दर्जन भर से अधिक शोध पत्र का वचन हुआ। विभिन्न सत्रों में अलग-अलग विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त किये। योजना के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री संजय मिश्रा ने इतिहास विद्या व अनुसंधान के क्षेत्र में संपूर्ण देश विदेश में किया जा रहे कार्यों पर प्रकाश डालते हुए एक अच्छे अनुसंधान करता को अनुसंधान करते समय किन-किन सावधानियां की आवश्यकता रखनी चाहिए इस पर विस्तार से प्रकाश डाला। अंतिम सत्र की अध्यक्षता पूर्व कुलपति एवं मेरठ प्रांत समिति के संपर्क अधिकारी प्रोफेसर नरेंद्र कुमार तनेजा नेकी । इस अवसर पर वासुदेव शर्मा की पुस्तक परीक्षितगढ़ का व्रत्त का विमोचन भी किया गया । प्रोफेसर तनेजा ने अनुसंधानकर्ताओं का आह्वान किया कि अपने अनुसंधान के आधार में हम सभी को भारतीय दृष्टिकोण को सर्वोच्च स्थान देना चाहिए तभी उसे अनुसंधान के परिणाम भारतीयता से पूर्ण हो सकेंगे। योजना की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य एवं विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर विग्नेश कुमार ने मेरठ प्रांत ब्रज प्रांत और उत्तराखंड प्रांत को मिलाकर इस संपूर्ण पश्चिमी उत्तर प्रदेश क्षेत्र में इतिहास संकलन योजना की गतिविधियों को विस्तार से रखा। इस अवसर पर ब्रज प्रांत अध्यक्ष आगरा से आए प्रोफेसर आनंद मेरठ प्रांत के अध्यक्ष प्रोफेसर अशोक रस्तोगी उत्तराखंड के उपाध्यक्ष प्रोफेसर प्रभात कुमार सहित तीनों प्रांत के दो दर्जन से अधिक   इतिहासवइदों ने भाग लिया तथा अपने-अपने प्रआतो में इतिहास के क्षेत्र से जुड़ी गतिविधियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया तथा भविष्य की संकल्प एवं योजनाओं के बारे में बताया। इस अवसर पर प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहनी प्रोफेसर राजेश गर्ग प्रोफेसर आराधना प्रोफेसर ए वी कौर डॉ योगेश कुमार मुदित कुमार डॉक्टर ललित शर्मा डॉक्टर अल्पना डॉ शिवानी सुरेश चंद शर्मा वासुदेव शर्मा डॉक्टर अनिल कुमार शर्मा प्रोफेसर तरुण शर्मा अजय कुमार शर्मा भानु प्रताप प्रोफेसर प्रभात कुमार अभिनव तिवारी शत्रुंजीत सिंह दो दर्जन से अधिक शोध छात्र-छात्राओं गढ़ मान्य लोगों सहित सैकड़ो व्यक्तियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन इतिहास संकलन समिति के प्रांत संगठन मंत्री डॉ कुलदीप कुमार त्यागी ने किया।

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