कैंट बोर्ड की कार्यवाही के बाद लालकुर्ती रजबन व सदर क्षेत्र में फिर लौटी पशु डेयरी

सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा व अतिक्रमण को लेकर अधिकारीयों से शिकायत व स्वच्छता की मांग

मेरठ।शहरी क्षेत्रों से पशु डेयरियों को बहार करने के हाईकोर्ट के आदेश के बाद निगम व छावनी परिषद की कार्यवाही के बाद पुनः आबादी क्षेत्र में पशु डेयरी लौट आई है।

 लालकुर्ती तोपखाना सदर चुड़ी बाजार पत्ता मौहल्ला रजबन में डेयरी देखी जा सकती है ।इसको लेकर आसपास के लोगों ने इन डेयरी संचालकों के विरुद्ध क्षेत्र में गंदगी फैलाने व सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर क्षेत्र में अतिक्रमण को लेकर संबंधित विभाग अधिकारी व जनप्रतिनिधियों से शिकायत कर स्वच्छता की मांग की गई है। लालकुर्ती क्षेत्र में लगभग एक दर्जन लोग ने सरकारी भूमि पर पुनः डेयरीयां स्थापित कर दी गई है ।कैंट बोर्ड ने इन डेयरीयों को हटाने के बाद विभाग द्वारा भूमि मुक्त करने की कार्रवाई करते हुए उक्त भूमि पर तारबंदी की गई थी तथा एक साईन बोर्ड लगाया गया ।जिसपर साफ़ साफ़ चेतावनी लिखी गई कि यह भूमि भारत सरकार की है ।इस पर कब्जा करने वाले के विरुद्ध कैंट एक्ट के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन इन स्थानों से आई तस्वीरें बता रही हैं की भू माफिया कानून को नहीं मानते हैं। पुनः कब्जा कर डेयरी संचालन किया जा रहा है, डेयरी संचालक की मानें तो उनके द्वारा कैंट बोर्ड उनसे टैक्स वसूल करता था उसके विरुद्ध कैंट बोर्ड की कार्रवाई न्यायोचित नहीं थी उन्होंने बताया उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर की जिसपर अभी सुनवाई होनी बाकी है। हालांकि अधिकतर पशु डेयरी संचालक सरकार की भूमि पर ही अतिक्रमण कर खुलेआम डेयरी संचालन कर रहे हैं जबकि कानूनी सलाहकार बताते हैं कोर्ट ने डेयरियों को बाहरी क्षेत्र पर सीफ्ट करने के निर्देश दिये गये है जिसपर पहले भी कार्यवाही की गई है परंतु पुनः अतिक्रमण कर अवैध रूप से डेयरी चला कर इन डेयरी संचालकों ने छावनी क्षेत्र में गंदगी का अंबार लगा दिया है और कोर्ट के आदेशों की अवेहलना कर रहे है।

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