बोरवेल में गिरे पिल्ले को 7 घंटों के अथक प्रयास से निकाला बाहर 

 मेरठ। मांझा इंसानों व पशु व पक्षियों के लिए प्राण घातक होताहै। अब उसी मांझे की बदौलत एक पिल्ले को जो बोरवेल में गिर गया था उसे सात घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया  गया। 

 दरअसल गंगोत्री कॉलोनी में बोरवेल में एक पिल्ला गिर गया था । पिल्ले को बोरवेल में गिरा देख वहां के लोगों ने एनिमल केयर सोसाइटी अंशुमाली वशिष्ठ से सम्पर्क किया। वह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पिल्ला काफी गहराई में गिरा हुआ था। उसे सुरक्षित निकालने के लिए जेसीबी से गडढा खुदवाया गया।  पहले पाइप के साथ हुक बना हुआ सरिया को बांधकर बोरवेल के अंदर डाला गया मगर खाली सरिया से काम नहीं चला सरिया में मंजे को बांधा  गया और मंजे समेत सरिया बोरवेल में डाल के हल्का सा घुमाया तो पिल्ला मंजे में और हुक में फंस गया और सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। पिल्ले को किसी प्रकार से कोई नुकसान न हो इसके लिए सावधानी बरती गयी। इस अभियान में टीम को सात घंटे को समय लगा। पिल्ले के बोरवेल से बाहर आते ही कॉलोनी वासियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस पूरे  अभियान  में एनिमल केयर सोसाइटी की टीम में अंशुमाली वशिष्ठ ,मनीष तिरखा, अब्दुल समद रहे । वहां  के पार्षद  का मुख्य सहयोग रहा  उन्होंने जेसीबी को फौरन बुला दिया और जेसीबी ने काफी खुदाई कर दी ।गंगोत्री कॉलोनी वासियों का भरपूर सहयोग रहा जो की पूरा टाइम यही खड़े रहे और सहयोग करते रहे इस सब  अभियान  में एनिमल केयर सोसाइटी को सूचना देने वाली शिक्षिका पूनम डबास का मुख्य रोल रहा ।जिन्होंने सोसायटी को सूचना दी और यह कार्य अंजाम पर पहुंचा और पिल्ले को सुरक्षित निकाल लिया गया।कालोनी वासियों ने उसका नाम प्रिंस रखा है। 

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