प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के विशेष अभियान में हुए 2720 पंजीकरण
- अभियान में पंजीकरण नहीं करा पाईं लाभार्थी अब भी कर सकती हैं आवेदन
- पंजीकरण के लिए एएनएम और आशा कार्यकर्ता से संपर्क किया जा सकता है
हापुड़, 20 जनवरी 2024। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के तहत ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों का पंजीकरण करने के लिए जनपद में चलाए गये तीन "विशेष पंजीकरण अभियान" में 2720 लाभार्थियों का पंजीकरण हुआ, इनमें दूसरे बच्चे के रूप में बालिका का जन्म होने पर 572 लाभार्थियों का पंजीकरण किया गया है। 19 जनवरी तक पंजीकृत लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 2786 हो गई, इनमें दूसरी संतान (बालिका) वाली 575 लाभार्थी भी शामिल हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी ने बताया - विशेष पंजीकरण अभियान के दौरान जो लाभार्थी पंजीकरण कराने से रह गई हैं और पात्रता के मानकों को पूरा करती हैं, वह अब भी अपना पंजीकरण कर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ प्राप्त कर सकती हैं। पहली बार मां बनने पर योजना के अंतर्गत पांच हजार रुपए और दूसरी संतान (बालिका) होने पर छह हजार रुपए दिए जाते हैं। यह राशि जच्चा- बच्चा के पोषण में सुधार के लिए प्रदान की जाती है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के नोडल अधिकारी डा. वेदप्रकाश ने बताया - योजना में पंजीकरण के लिए शासन की ओर से तीन विशेष अभियान चलाए गये। पहला अभियान 30 नवम्बर से एक दिसम्बर तक चलाया गया, इसके बाद अभियान आठ दिसम्बर तक के लिए बढ़ा दिया गया। इसके बाद दूसरा अभियान 18 से 22 दिसम्बर तक चला। तीसरा अभियान दो जनवरी से 16 जनवरी तक चला। तीनों अभियानों के तहत जनपद में 2720 लाभार्थियों का पंजीकरण किया गया। इन अभियानों को संचालित करने का मकसद गर्भवती एवं धात्री माताओं को प्रथम सन्तान एवं द्वितीय सन्तान (लड़की) होने पर लाभ दिये जाने के लिए ज्यादा से ज्यादा पंजीकरण किया जाना था। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया अनवरत रूप से जारी है।
योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक परीक्षित तेवतिया ने बताया- योजना के अंतर्गत पंजीकरण कराने के लिए नगरीय स्वास्थ्य इकाइयों पर एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं से संपर्क किया जा सकता है। ग्रामीण स्वास्थ्य इकाइयों पर ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर (बीपीएम), ब्लॉक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम), एमसीटीएस ऑपरेटर, एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं से संपर्क किया जा सकता है। पहली बार गर्भवती होने पर कम से कम प्रसव पूर्व एक जांच के बाद लाभार्थी योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए पंजीकरण करा सकती है। शिशु के जन्म के 270 दिन तक वह पंजीकरण की हकदार रहती है।
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पहली बार मां बनने पर 5000 और दूसरी संतान बालिका होने पर 6000 रुपये का मिलता है लाभ
पहली बार मां बनने वाली गर्भवती के लिए मिलने वाली राशि केवल दो किस्तों में देय होगी, जिसमें प्रथम किश्त 3000 रुपये एवं द्वितीय किश्त 2000 रुपए के रूप में लाभार्थी के पंजीकृत बैंक खाते में भेजी जाती है। दूसरी संतान बालिका होने पर 6000 रुपए की धनराशि एकमुश्त दी जाती है। द्वितीय संतान बालिका का जन्म यदि एक अप्रैल, 2022 के बाद हुआ है तो मातृ वंदना योजना का लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
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pmmvy.nic.in पर स्वयं कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन
योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए pmmvy.nic.in पर लॉगिन कर स्वयं भी ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। उन्होंने बताया- योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी का आधार कार्ड और एमसीपी (मदर-चाइल्ड प्रोटेक्शन) कार्ड के अलावा बीपीएल कार्ड, ई-श्रम कार्ड, आयुष्मान कार्ड, मनरेगा कार्ड, दिव्यांग प्रमाण-पत्र या अनुसूचित जाति/ जनजाति प्रमाण -पत्र में से कोई एक दस्तावेज होना आवश्यक है। इसके साथ ही दूसरी संतान (बालिका) होने पर योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए जन्म -प्रमाण देना आवश्यक है।
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