विकसित देश बनाने की संकल्प पूर्ति में सहायक होंगे यह मोबाईल: डॉ लक्ष्मीकांत बाजपेयी 

- पीएम का संकल्प 2047 में विकसित देश की श्रेणी में आ जाएगा भारत  

- इस मोबाईल का उपयोग अपने को तकनीकी रूप से संशक्त बनाने के लिए करें

मेरठ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को 2047 तक विकसित देश बनाने का संकल्प लिया  है। इस संकल्प की पूर्ति के लिए यह मोबाईल फोन बहुत ही सहायक होंगे। आज भारत विकासशील देश की श्रेणी में है। तकनीक की दृष्टि से आपको मजबूत करने की योजना सरकार की है। यह बात शनिवार को तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल व इंस्टीटयूट ऑफ बिजनेस स्टडीज के छात्रों को मोबाईल वितरण कार्यक्रम के दौरान राज्यसभा सांसद डॉ0 लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कही। 

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अटल सभागार में आयोजित मोबाईल वितरण कार्यक्रम के दौरान डॉ0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि इस मोबाईल का उपयोग अपने शिक्षा के लिए करना व्यक्तिगत उपयोग के लिए आपके पास जो मोबाईल है उसका उपयोग करना। वर्तमान प्रत्येक व्यक्ति के पास मोबाईल है। सीखने की कोई उम्र नहीं होती है और सिखाने वाले की कोई जाति नहीं होती है। 

विश्वविद्यालय में बनेगी अलग लाईब्रेरी 

डॉ0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में जल्द की एक अलग लाईब्रेरी बनेगी। जो 24 घंटे खुलेगी। यह लाईब्रेरी सभी सुख सुविधाओं से लैस होगी। सांसद निधि से इसके निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस लाईब्रेरी में परीक्षाओं की तैयारी से संबंधित सभी पुरस्तें उपलब्ध होंगी। इसके अलावा नौकरी के लिए आवेदन, परीक्षाओं के लिए आवेदन जैसी सभी प्रकार की जानकारी विद्यार्थियों को दी जाएगी। महीने में एक बार सेमिनार भी कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं अपनी सांसद निधि का पैसा शिक्षा के लिए खर्च करूंगा। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अकादमिक डायरेक्टर व संकायाध्यक्ष कला प्रो0 संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि तकनीक दुधारू तलवार की तरह है इसका दुरूपयोग होने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए इसका उपयोग केवल अपनी शिक्षा का समृद्ध करने के लिए करना। आप विश्वविद्यालय की एक पूंजी है भविष्य में इसकी छवि बनाने का काम आपको ही करना है। शोध निदेशक, चीफ प्राक्टर तथा इंस्टीटयूट ऑफ बिजनेस स्टडीज के डायरेक्टर प्रो0 बीरपाल सिंह ने विश्वविद्यालय के शैक्षणिक रूप से मजबूत होते विश्वविद्यालय के बारे में बताते हुए कहा कि मोबाईल युवाओं के लिए सीखने का सबसे बडा हथियार है। इसका उपयोग शैक्षणिक व शोध के लिए करना। सकारात्मक सोच के साथ इसका उपयोग करना। तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के निदेशक प्रो0 प्रशांत कुमार ने सभी का स्वागत किया। डॉ0 रवि प्रकाश ने सभी का धन्यावाद ज्ञापित किया। मंच का संचालन एमजेएमसी के छात्र कपिल कुमार ने किया। तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल के 31 तथा इंस्टीटयूट ऑफ बिजनेस स्टडीज के 32 छा़त्रों को मोबाईल दिए गए। इस अवसर पर डॉ0 मनोज श्रीवास्तव, डॉ0 राजकुमार, डॉ0 राहुल शर्मा, डॉ0 पूजा चौहान, डॉ0 स्वाति अग्रवाल, बीनम यादव, मितेंद्र कुमार गुप्ता, राकेश कुमार, ज्योति वर्मा, उपेश दीक्षित, अनुज कुमार, शिवम त्यागी, सहदेव आदि मौजूद रहे।

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