पक्षियों के जीवन को बचाने के लिए सात गांवों में उठाया ये कदम जानिए
इरोड,एजेंसी। तमिलनाडु के पास स्थित सात गांवों ने पक्षियों को बचाने के लिए दीपावली पर महत्वपूर्ण कदम उठाया। सातों गांव के किसी तरह के पटाखों को नहीं छोडा गया। बल्कि दीपों व फुलझडी से दीपावली पर्व मनाया। इसका सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जो काफी प्रसंद किया जा रहा है।
दरअसल इरोड से सटे सात गांवों में पक्षी अभयारण्य है। जहां पर लाखों की तादात में पक्षी विचरण करते है। नवम्बर माह में इस क्षेत्र में काफी समय में विदेशी पक्षी भी आते है। यहां पर अंडे देते है। दीपावली के पटाखों के शोर से पक्षी विचलित न हो। इस लिए सातों गांव ने निर्णय लिया किया इस बार तेज आवाज वाले पटाखों से दूरी बनाएंगे। दीपावली पर इन सातों गांवों के लोगों ने सिर्फ दीपों व फूलझडी से दीपावाली का पर्व मनाया। इससे इसका यह असर हुआ । एक वातारण साफ रहा। वही पक्षी भी पूरी तरह सुरक्षित रहे। सातों गांवों का वीडियों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। हम लोगों भी ऐसे लोगों से सीख लेनी चाहिए। खासतौर पर एनसीआर के लोगों काे जिन्होंने एनसीआर के प्रतिबंद्ध के बाद भी जमकर पटाखे बाजी की। इसका असर यह हुआ है। जहां दो दिन पहले जहां बरसात के कारण हवा में जाे प्रदूषण था वह बरसात के कारण घुल गया। लेकिन दीपावली पर पटाखे बाजी के बार फिर से वातरवरण दूषित हो गया है।
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