टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को जनांदोलन बनाने के लिए
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत होगा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन : सीएमओ
- कार्यशाला का आयोजन कर समाज के विभिन्न वर्गों का होगा टीबी संवेदीकरण
- एसीएफ के साथ - साथ 20 नवंबर से 31 दिसंबर के बीच होंगे विभिन्न कार्यक्रम
हापुड़, 14 नवंबर, 2023। टीबी मुक्त भारत अभियान का लक्ष्य हासिल करने के लिए राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत गतिविधियों को विस्तार देने का सिलसिला लगातार जारी है। दरअसल टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य सामूहिक भागीदारी के साथ इस अभियान को जनांदोलन में तब्दील कर ही हासिल किया जा सकता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी ने बताया - इसी क्रम में 20 नवंबर से 31 दिसंबर तक सूबे के हर जनपद में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करने के निर्देश राज्य क्षय नियंत्रण कार्यक्रम अधिकारी की ओर से दिए गए हैं।
सीएमओ डा. त्यागी ने बताया - शासन से मिले दिशा - निर्देशों के क्रम एक ओर जहां 23 नवंबर से पांच दिसंबर तक एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) अभियान चलाया जाएगा, वहीं 20 नवंबर से 31 दिसंबर के बीच टीबी के प्रति संवेदीकरण बढ़ाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया- जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जनप्रतिनिधियों का संवेदीकरण, पंचायती राज, शिक्षा और समाज कल्याण विभाग समेत तमाम विभागों की अंतर्विभागीय बैठक, प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए मीडिया संवेदीकरण, निजी चिकित्सकों का संवेदीकरण, औषधि विक्रेताओं का संवेदीकरण, धर्मगुरुओं का संवेदीकरण, एनसीसी/एनएसएस/ एनवाईके संवेदीकरण और टीबी चैंपियन का संवेदीकरण आदि गतिविधियों के माध्यम से राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम को जनांदोलन बनाने के प्रयास होंगे।
जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. राजेश सिंह ने बताया - एसीएफ के लिए माइक्रो प्लान तैयार किया गया है। पहले दो दिन (23-24 नवंबर) को आवासीय परिसरों (वृद्धाश्रम, अनाथालय और छात्रावासों आदि में) अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, उसके बाद 25 नवंबर से पांच दिसंबर तक टीम घर-घर जाकर क्षय रोगियों को खोजेंगी। जिला पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी ने बताया - एसीएफ के दौरान क्षय रोग विभाग की टीम लोगों को क्षय रोग के लक्षण और उपचार के बारे में जानकारी देने के साथ ही लक्षण युक्त व्यक्तियों के स्पुटम (बलगम) का नमूना लेंगी। स्पुटम जांच में टीबी की पुष्टि होने पर रोगी को 48 घंटे में उपचार पर लाने के साथ ही निकट संपर्कियों की जांच कराने की व्यवस्था करेंगी।
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1063 क्षय रोगी ठीक हुए : डीटीओ
डीटीओ डा. राजेश सिंह ने बताया - वर्ष 2023 में अब तक जिला क्षय रोग विभाग ने 2335 और निजी चिकित्सकों ने 855 क्षय रोगियों का नोटिफिकेशन किया है। इनमें से 1063 रोगी टीबी मुक्त हो चुके हैं जबकि क्षय रोग विभाग द्वारा 1600 और निजी चिकित्सकों द्वारा वर्तमान में 527 का उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया दो सप्ताह से अधिक खांसी या बुखार, रात में सोते समय पसीना आना, सीने में दर्द, भूख कम होना, वजन कम होना या थकान रहना टीबी के लक्षण हो सकते हैं। इनमें से कोई लक्षण आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर टीबी की जांच कराएं। जल्दी जांच और उपचार से ही टीबी का फैलाव रोका जा सकता है।
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