पिंक अक्टूबर कैंसर जागरूकता संगोष्ठी का हुआ आयोजन
मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विष्वविद्यालय के ज्योतिराव फुले सुभारती कॉलेज ऑफ फिजियोथैरेपी व सुभारती इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर मैनेजमेंट एवं रिसर्च तथा आनंदी शिराेज के सहयोग से स्तन कैंसर जागरूकता के तहत विचार संगोश्ठी का आयोजन किया गया।
संगोश्ठी का शुभारंभ सुभारती कैंसर इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड मैनेजमेंट के डायरेक्टर एवं पूर्व विभागाध्यक्ष एम्स डॉ अनुराग श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष डॉ. अरूण कुमार, फिजियोथैरेपी कॉलेज की डीन एवं प्रिसिपल डॉ जैस्मिन आनंदाबाइ, आनन्दी शिराेज , प्रतिनिधि सारिका राणा ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
सुभारती कैंसर इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड मैनेजमेंट के डायरेक्टर एवं पूर्व विभागाध्यक्ष एम्स डॉ अनुराग श्रीवास्तव ने कैंसर होने के विभिन्न कारकों का उल्लेख करते हुए विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि अक्टूबर माह को पिंक अक्टूबर भी कहा जाता है क्योंकि यह स्तन कैंसर जागरूक माह के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि कैंसर के प्रारम्भिक लक्षण गांठ, गिल्टी, वजन कम होना, भूख कम लगना, मुख, नाक या गुदा से खून का रिसाव होना
हो सकते है। उन्होंने बताया कि उक्त लक्षण होने पर तुरन्त जांच करानी चाहिए। उन्होंने विशेष बताया कि सुभारती कैंसर इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड मैनेजमेंट में पेट सिटी स्कैन, मैमोग्राफी अल्ट्रासाउंड एमआरआई जैसी विष्वस्तरीय मषीनें उपलब्ध है, जो कैंसर की पहचान व इसके उपचार में सहयोगी है।
सुभारती इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर मैनेजमेंट एवं रिसर्च के विभागाध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार वर्मा ने कैंसर के विभिन्न इलाज के बारे में बताया व एक स्तन कैंसर के पीड़ित मरीज से मिलवाया और उन्होंने अपने विचार व्यक्त किये।
ज्योतिराव फुले सुभारती कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी की डीन एवं प्रिंसिपल डॉ जैस्मिन आनंदाबाई ने फिजियोथैरेपी की कैंसर मरीजों में महत्ता बताई। इस संगोष्ठी का आयोजन डॉ. जैस्मिन आनंदाबाई के उत्कृष्ट प्रयासों से सफल हुआ।आनन्दी षिरोज़ की प्रतिनिधि सारिका राणा जो स्वयं एक कैंसर सरवाईवर हैं, उन्होंने कैंसर से पीड़ित मरीजों को अपने संगठन के बारे में बताया, जो कैंसर पीडित मरीजों की सहायता करता है।संगोष्ठी के सफलतापूर्वक आयोजन में संयोजक डॉ उज़मा खान का विशेष सहयोग रहा।
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