अधिकारियों की कौन से मजबूरी थी पटाखा फैक्ट्री को साबुन फैक्ट्री बताते रहे
मारे गये बेगुनाह लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन
मेरठ। लोहिया नगर के एम ब्लॉक में हुए पटाखों की फैक्ट्री में हुए विस्फोट में मारे गये पांच लोगों की मौत पर हर कोई प्रशासन से यह सवाल पूछ रहा है जब लगातार विस्फोट हो रहे थे तो पुलिस प्रशासनिक अधिकारी साबुन फैक्ट्री कैसे बता रहे थे। आखिरकार उन पर किसका दबाव था। जबकि पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने खुद हाथ में पटाखों में लगने वाली मिसाइल के खोल उसने अंदर भरा सामान देखा।
विस्फोट के बाद दूसरे दिन लोहिया नगर में खौफ का मंजर साफ दिखाई दिया। लोगों की जहन से बुधवार को हुए विस्फोट को अभी तक नहीं निकला पाए है। जिस स्थान पर विस्फोट में पांच लोगों की जान चली गयी। वहां की रहने वाले बच्चों भय का माहौल बना हुआ है। जिन लोगों ने यह मंजर देखा है। उनका साफ कहना है कि इतना बडा विस्फोट पटाखों की जखीरे के कारण हुआ है। पिलरों के सहारे बनी दो मंजिला बिल्डिंग चंद सेकेंड में जमींदोज हो गयी। हादसे की भयावहता पर लोगों का यही कहना था कि आखिर मौत की इस फैक्ट्री पर किसी ने ध्यान देने की जरूरत क्यों नहीं समझी। क्योंकि उनको बिना कारण ये दर्द झेलना पड़ रहा है। लोहिया नगर के रहने वाले लोगों का कहना है कि रिहायशी इलाके में लोगों ने ये सोचकर घर बनाए थे कि चैन से रहेंगे। लेकिन लालची लोग यहां भी मौत की फैक्टरी शुरू कर देंगे ये उन्होंने सोचा भी नहीं था। लोगों को बस इतना पता था कि यहां पर साबुन का छोटा काम होता है। धमाके के बाद पूरे इलाके में हर कोई स्तब्ध था। इतने दिनों से यहां पर ये अवैध पटाखा फैक्टरी चल रही थी लेकिन इसे किसी ने नहीं देखा। जब वहां पर कोई मकान बनाता है तो एमडीए वाले पहुंच जाते है। पुलिस की गश्त भी रहती है। लेकिन रिहायशी इलाके पर किसी की नजर क्यों नहीं पडी।
धमाके के बाद नोएडा से एटीएस के सीओ अनुज कुमार और संब इंस्पेक्टर राजीव त्यागी के साथ टीम ने मौके पर पहुंचकर मलबे में जांच पड़ताल की। उन्होंने बारुद देखकर पुलिस अधिकारियों से चर्चा की कि हापुड़ के धौलाना में हुए धमाके में भी ऐसा ही विस्फोटक बरामद हुआ था।
पटाखा फैक्टरी में विस्फोट सुबह सवा सात बजे हुआ। मौके पर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों का अमला पहुंच गए। सारे आला अधिकारियों ने निरीक्षण कर लिया। इसके बाद जब उनसे जानकारी ली गई तो बताया गया कि यहां पर कोई पटाखा फैक्टरी नहीं है। यहां तक कि मौके पर मिले चाइनीज टॉय गन की मिसाइल के भारी मात्रा में पैकेट को भी उन्होंने पटाखा होने से साफ इनकार कर दिया।जबकि इन्हीं मिसाइल और स्काई बम के रिएक्शन से इतना भीषण विस्फोट हुआ कि दो मंजिला बिल्डिंग पूरी तरह से उड़ गई। शाम साढ़े तीन बजे तक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पटाखों में विस्फोट से इंकार करते रहे। एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीम ने रेस्क्यू के दौरान जब धुंआ उठता देखा तो उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यहां पर बारूद है, इसी के कारण धमाका हुआ। शाम को भारी मात्रा में स्काई बम भी बरामद हो गए।
बुधवार को जांच एजेंसियां लोहिया नगर में एम ब्लॉक उस स्थान पर पहुंची जहां मंगलवार को विस्फोट हुआ था। टीमों ने अपने –अपने स्तर से जांच आरंभ की। मीडिया को कोई भी जानकारी देने से इंकार कर दिया।
No comments:
Post a Comment