दस एकीकृत निक्षय दिवसों में खोजे गये टीबी के 125 मरीज
15 अक्टूबर को अवकाश होने के कारण इस बार 16 तारीख को मनाया जाएगा एकीकृत निक्षय दिवस
हर स्वास्थ्य केन्द्र पर की जाती है टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग
नोएडा, 13 अक्टूबर 2023। जनपद में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जागरूकता फैलाने और टीबी मरीजों को खोजने के लिए चलाए जा रहे विशेष कार्यक्रम एकीकृत निक्षय दिवस के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। जनपद में अब तक मनाये गये दस एकीकृत निक्षय दिवसों में टीबी के 125 नए रोगी मिले हैं। गौरतलब है कि जनपद में हर महीने की 15 तारीख को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया जाता है, लेकिन इस माह 15 तारीख को रविवारीय अवकाश होने के कारण यह दिवस 16 तारीख को मनाया जाएगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ आर.पी. सिंह ने बताया- क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत विभाग लगातार जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है। विभाग का पूरा प्रयास है कि वर्ष 2025 तक जनपद को टीबी मुक्त बनाया जाए। उन्होंने बताया- शासन के निर्देश पर हर महीने की 15 तारीख को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया जाता है। इस दिवस पर जनपद के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर ओपीडी में आने वाले दस प्रतिशत मरीजों की लक्षणों के आधार पर टीबी की स्क्रीनिंग की जाती है। अब तक दस एकीकृत निक्षय दिवसों का आयोजन किया जा चुका है। इसमें अब तक करीब 1887 संभावित मरीज मिल चुके हैं, जिनमें टीबी जैसे लक्षण थे। प्रारंभिक जांच के बाद इनमें से 1769 मरीजों की जांच की गयी, जिसमें 125 मरीजों में टीबी की पुष्टि हुई। डा. सिंह ने बताया- बीमारी की पुष्टि होते ही मरीजों का उपचार शुरू कर दिया जाता है। आमतौर पर साधारण टीबी के मरीज छह माह का उपचार लेने के बाद ठीक हो जाते हैं। नियमित दवा न लेने अथवा अन्य कारणों से कुछ मरीजों को लंबे उपचार की जरूरत होती है।
पीपीएम कोऑर्डिनेटर पवन भाटी ने बताया- जनपद में अब तक दस एकीकृत निक्षय दिवस मनाए जा चुके हैं। पहला निक्षय दिवस 15 दिसम्बर को मनाया गया था, जिसमें 18 मरीजों में टीबी की पुष्टि हुई। दूसरा 16 जनवरी को मनाया गया, इसमें 10 रोगी सामने आये। 15 फरवरी को आयोजित एकीकृत निक्षय दिवस 11 नये मरीज मिले। 15 मार्च को 12 नये मरीज, 15 अप्रैल को आठ नये मरीज, 15 मई को 15 नये मरीज, 15 जून को 19 नये मरीज, 17 जुलाई को 19 नये मरीज, 15 अगस्त को 7 नये मरीज, 15 सितम्बर को छह नये मरीज मिले। इस तरह अब तक मनाये गये एकीकृत निक्षय दिवसों पर 125 नये टीबी के मरीज मिल चुके हैं। सितम्बर माह में मनाए गये निक्षय दिवस में जनपद में 276 संभावित मरीज पाये गये, जिसमें में 253 लोगों से सैंपल लिए गये। जांच के उपरांत छह लोगों में टीबी की पुष्टि हुई। सभी का उपचार चल रहा है।
शीघ्र पहचान, शीघ्र उपचार जरूरी
जिला क्षय रोग अधिकारी का कहना है कि क्षय उन्मूलन के लिए सबसे जरूरी है टीबी मरीजों की शीघ्र पहचान होना, जितनी जल्दी पहचान, उतनी जल्दी उपचार और उतनी ही जल्दी टीबी संक्रमण का फैलना बंद। क्षय रोग इकाई का पूरा फोकस है कि टीबी मरीजों की जल्दी से जल्दी पहचान हो। उन्होंने बताया - पल्मोनरी (फेफड़ों की) टीबी मरीज के खांसने और छींकने से निकलने वाली बूंदों के सम्पर्क में आने से फैलती है। उपचार शुरू होने के दो महीने के बाद संक्रमण फैलने की आशंका लगभग खत्म हो जाती है।
हर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर है बलगम कलेक्शन की सुविधा:
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया - 17 सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य़ केन्द्रों सहित जनपद के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर बलगम कलेक्शन की सुविधा है। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में क्षेत्रीय आशा कार्यकर्ता और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) की मदद से टीबी जांच करायी जा सकती है।
No comments:
Post a Comment