मुझे ब्रजलाल नहीं मार सका, तो डिस्टर्ब करने के लिए मेरे बेटे सिकंदर पर झूठी एफआईआर लिखवाई

 बदन सिंह 'बद्दो' ने पूर्व डीजीपी  पर लिखी पोस्ट

मेरठ। यूपी पुलिस के मोस्ट वांटेड व शराब माफिया  बदन सिंह 'बद्दो' ने पूर्व डीजीपी  ब्रजलाल पर सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखी है। बेटे सिकंदर पर दर्ज एफआईअर  का जिक्र करते हुए अपना दर्द बयां किया। 2019 से फरार बदन सिंह बद्दो पर यूपी पुलिस ने 5 लाख रुपए का इनाम रखा है। पुलिस के पास बद्दो की लोकेशन नहीं है।

 बता दें समय-समय पर वह सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखता रहता है। हालांकि बद्दो की इन सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर पुलिस की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं आई है कि ये पोस्ट खुद बद्दो ने लिखी हैं या किसी से लिखवाई हैं।

बद्दो ने इस बार अपनी पोस्ट में एक पिता के रूप में अपना दिल का दर्द साझा किया है। जिसमें बद्दो ने अपने बेटे सिकंदर के बचपन और उसकी पढ़ाई के बारे में लिखा है। अपनी पोस्ट में बद्दो ने सिकंदर के बचपन की तस्वीर भी लगाई है। अब आपको पढ़वाते हैं कि बद्दो ने आखिर अपनी पोस्ट में ऐसा लिखा क्या...

बद्दो ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि शेरवुड कॉलेज नैनीताल, जीडी गोयंका सोना, पाथवे अरावली, शिमला, मसूरी, दून यह हिंदुस्तान के वह बोर्डिंग स्कूल हैं। इनमें में बच्चे का पढ़ना या पढ़ाना गर्व की बात होती है। यह सब वह स्कूल हैं, जहां पर हिंदुस्तान के आर्मी के जरनल, हॉलीवुड, बालीवुड के फिल्म स्टार, नेता, प्रधानमंत्री, नौकरशाह, सुप्रीम कोर्ट के जज, वकील, बड़े कारोबारियों ने पढ़ाई की है। यह सच्चाई है कि मैं ज्यादा पढ़ नहीं पाया। दुनिया का हर व्यक्ति चाहता है कि उसकी परवरिश में जो कमी रह गई है। अपने बच्चों में वह पूरी करे। मेरी भी यही सोच थी। मेरा बेटा सिकंदर 12वीं तक इन्हीं सब स्कूलों में अलग-अलग समय पर पढ़ा। 17 साल की उम्र में वो 12 साल तक बोर्डिंग स्कूल में रहा। स्कूल पूरा करने के बाद उसने इंग्लैंड में वर्ल्ड की टॉप यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया था। वो वहां जाने की तैयारी करने लगा था। मगर बृजलाल और उसकी बी-टीम को यह बर्दाश्त नहीं था।

पूर्व डीजीपी  पर लगाए आरोप

अपनी पोस्ट में बदन सिंह ने यूपी के पूर्व डीजीपी बृजलाल पर तमाम आरोप लगाए हैं। कहा कि बृजलाल मुझे मार नहीं पाया। मेरा कुछ बिगाड़ नहीं सका। तो मेरे बेटे सिकंदर के पीछे पड़ गया। उस बच्चे पर एक फर्जी मुकदमा लगा दिया। उस पर इनाम घोषित कर दिया गया। बेटे पर झूठा मुकदमा लगाकर उसे फंसाया।

बदन सिंह ने अपने दर्द में गुरु गोविंद सिंह का भी जिक्र किया। लिखा कि कैसे 319 साल पहले जालिम औरंगजेब, हुकूमत से सताया फकीर गुरु गोविंद सिंह के दो छोटे बच्चों फतेह सिंह (6 साल), जोरावर सिंह (8 साल) को जिंदा दीवार में चुनवा दिया गया।









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