यदि आप आगे बढ़ना चाहते हैं, तो अपने अंदर वक्तृत्व कौशल विकसित करें।प्रोफेसर असलम जमशेद पुरी
विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग एवं सांस्कृतिक परिषद द्वारा संयुक्त रूप से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया
मेरठ 12/अगस्त 2023।दरअसल बोलने की प्रतियोगिताएं हमेशा बहुत दिलचस्प होती हैं चाहे विषय सकारात्मक हो या नकारात्मक हमेशा छात्र अपना भाषण पूरी तैयारी और तर्क के साथ देता है जैसे एक अच्छा वकील अदालत में बहस करता है। मैंने देखा कि कई छात्रों में आत्मविश्वास की कमी थी। यदि आप आगे बढ़ना चाहते हैं तो वक्तृत्व कौशल विकसित करें और इसके लिए कड़ी मेहनत करें। बोलते समय प्रवाह का प्रवाह भी बहुत महत्वपूर्ण है और सभी को संबोधित करना चाहिए। वाणी का शिष्टाचार और बोलने का ढंग सीखना चाहिए। ये बातें उर्दू विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर असलम जमशेदपुरी ने विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग एवं सांस्कृतिक परिषद द्वारा भूमिका विषय पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता के दौरान कही। भाषा के विकास में प्रौद्योगिकी की भूमिका और भाषा के विकास में अनुवाद की भूमिका'' उन्होंने आगे कहा कि आप सभी बधाई के पात्र हैं कि आपने कम से कम मंच पर आने का साहस किया ताकि हम कुछ बेहतर कर सकें आपके मार्गदर्शन और आपके उज्जवल भविष्य के लिए कदम उठाने का प्रयास करूंगा
इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से की गई।बाद में अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध कथाकार एवं उर्दू विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर असलम जमशेद पुरी ने की।अति विशिष्ट अतिथि के रूप में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के इतिहास एवं सांस्कृतिक विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर विघ्नेश त्यागी एवं समन्वयक प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता उपस्थित रहीं। नाट्य निर्देशक भारत भूषण शर्मा, प्रसिद्ध हिंदी कवि डॉ. राम गोपाल भारतीय एवं माइनॉरिटी एजुकेशनल सोसायटी के अध्यक्ष आफाक अहमद खान वाद विवाद में निर्णायक की भूमिका में रहे। जबकि समारोह का संचालन डॉ. अलका वशिष्ठ और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. इरशाद सयानवी ने किया।
यह प्रतियोगिता बीए और एम ए स्तर पर रखी गयी। बी.ए. में विधि विभाग से सैयदा जमाल ज़हरा, उर्दू विभाग से कहकशां द्वितीय और युहंसा त्यागी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि एम. ए लेवल में उर्दू विभाग के मोहम्मद तल्हा तृतीय, फिजिक्स विभाग के मुकंद शर्मा द्वितीय और उर्दू विभाग की लाइबा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वाद विवाद प्रतियोगिता में अनन्या के अलावा आदित्य कुमार, महिमा, शिवानंद, विपिन धामा और साक्षी आदि ने भाग लिया।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रोफेसर विघ्नेश कुमार त्यागी ने कहा कि मैं इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी छात्रों का स्वागत करता हूं और उनके बेहतर भविष्य के लिए प्रार्थना करता हूं, जिनके आने से यह कार्यक्रम सफल हुआ और मैं अपने निर्णायकों को बधाई देता हूं। मैं उनका भी बहुत आभारी हूं हमारे लिए अपना बहुमूल्य समय निकाल रहे हैं। प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता ने कहा कि आपको ऐसी प्रतियोगिताओं में अवश्य भाग लेना चाहिए और अपनी छुपी हुई प्रतिभा को सामने लाना चाहिए। अपनी प्रतिभा को सामने लाओ. इस कार्यक्रम को सफल बनाना आपका दायित्व है। उनके अलावा डॉ. शादाब अलीम, डॉ. आसिफ अली, भारत भूषण शर्मा, आफाक अहमद खान, डॉ. राम गोपाल भारतीय और डॉ. ओम पाल ने भी अपने विचार व्यक्त किये।इस मौके पर शहर के गणमान्य व्यक्ति और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुए।
No comments:
Post a Comment