अब छाया एकीकृत वीएचएसएनडी पर बनाए जाएंगे मातृ बाल पोषण परामर्श कार्नर
मेरठ,19 सितम्बर 2023।जनपद में छाया एकीकृत ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता व पोषण दिवस (सीआई-वीएचएसएनडी) के सुदृढ़ीकरण के लिए "मातृ बाल पोषण परामर्श कार्नर बनाए जाएंगे। यह जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत कुमार ने मंगलवार को दी।
उन्होंने बताया प्रदेश के सभी जनपदों को छाया एकीकृत ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता व पोषण दिवस के सुदृढ़ीकरण में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से आवश्यक समन्वय एवं सहयोग करने के दिशा-निर्देश प्राप्त हुए हैं। उन्होंने बताया-समुदाय में सीआईवीएचएसएनडी का आयोजन एएनएम- आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के परस्पर समन्वय से किया जाता है। सीआईवीएचएसएनडी सत्रों पर सुनियोजित सुव्यवस्थित एवं लाभार्थी केन्द्रित पोषण एवं परामर्श सेवाओं को प्रदान करने के लिए बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से "मातृ बाल पोषण परामर्श कार्नर बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। जहां लक्षित लाभार्थियों (गर्भवती, धात्री महिलाओं एवं शून्य से 15 वर्ष तक के बच्चों) को पोषण संबंधी सेवाएं एक निश्चित स्थान पर उपलब्ध हो पाएंगी, साथ ही आवश्यकतानुसार एएनएम जांच, स्क्रीनिंग एवं रेफरल का काम करेंगी।
इस संबंध में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, उप्र की निदेशक सरनीत कौर ब्रोका ने प्रदेश के सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये हैं और उनका कड़ाई पालन किये जाने को कहा है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत कुमार सिंह ने मातृ एवं बाल पोषण परामर्श कार्नर का उद्देश्य बताया। उन्होंने बताया- सुनियोजित एवं लाभार्थी केन्द्रित परामर्श प्रदान करना। वृद्धि निगरानी (वजन एवं ऊंचाई की माफ) करते हुए कुपोषण की पहचान करना, आवश्यकता अनुसार परामर्श देना एवं एएनएम की ओर से जांच स्क्रीनिंग एवं रेफरल सुनिश्चित करवाना। आहार में विविधता को प्रोत्साहित करने के लिए और स्थानीय स्तर पर आसानी से उपलब्ध खाद्य पदार्थों का प्रदर्शन करते हुए लक्षित लाभार्थियों को मातृ एवं बाल पोषण व्यवहारों के बारे में परामर्श देना आदि मुख्य उद्देश्य हैं।
दिया जाएगा प्रशिक्षण
उन्होंने बताया- जनपद स्तर पर बाल विकास परियोजना अधिकारियों एवं मुख्य सेविकाओं को इस संबंध में प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके साथ ही सेक्टर बैठक के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मातृ एवं बाल पोषण परामर्श कार्नर बनाने के लिए अभिमुखीकरण किया जाएगा।
मातृ एवं बाल पोषण परामर्श कार्नर के लिए सत्र पर समुचित स्थान की व्यवस्था-
विनीत कुमार ने बताया-प्रत्येक उपकेंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, सरकारी या निजी भवन पंचायत भवन एवं आगनबाड़ी केंद्र जहां भी सीआईबीएचएसएनडी सत्र का आयोजन किया जा जाता है, वहाँ पर मातृ एवं बाल पोषण परामर्श कार्नर बनाया जाएगा। सीआईसीएचएसएनडी सत्र पर मातृ एवं बाल पोषण परामर्श कार्नर ऐसी जगह पर होगा, जहां पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ओर से खाद्य समूहों का प्रदर्शन इस प्रकार से होगा कि लाभार्थी आसानी से देख सकेंगे। इसी के साथ परामर्श के लिए बैठने की समुचित व्यवस्था की जाएगी। लाभार्थियों के बैठने का स्थान चटाई दरी आदि की व्यवस्था साफ पेयजल और स्वच्छ शौचालय सुविधा का भी ध्यान रखा जाएगा। प्राथमिकता के तौर पर कमरे के कोने वाला स्थान जहां परामर्श सामग्री/ खाद्य समूहों का प्रदर्शन किया जा सके एवं वृद्धि निगरानी उपकरणों (वजन मशीन इंकेटोमीटर एवं स्टडीओमेटर) को लगाया जा सके और लाभार्थियों का वजन एवं ऊंचाई की माप की जा सके।
मातृ एवं बाल पोषण परामर्श कार्नर पर आवश्यक सेवाएं रहेंगी उपलब्ध
जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत कुमार ने बताया- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पोषण परामर्श कॉर्नर पर 10 खाद्य समूहों का प्रदर्शन करके लाभार्थियों को परामर्श देंगी। पोषण परामर्श कॉर्नर पर स्थानीय स्तर पर उपलब्ध खाद्य पदार्थों को प्रदर्शित करते हुए लाभार्थियों को दैनिक आहार में सम्मिलित करने के लिए प्रेरित करेंगी। लाभार्थी को परामर्श देते समय भोजन की बारंबारता एवं मात्रा के बारे में जानकारी दी जाएगी। गर्भवती की वृद्धि की निगरानी (वेट ट्रैकिंग) को रजिस्टर में अपडेट किया जाएगा एवं लिए गए वजन की स्थिति के अनुसार परामर्श दिया जाएगा। छह वर्ष तक के बच्चों का वजन लंबाई ऊंचाई लेना और वृद्धि निगरानी के बारे में अभिभावकों को परामर्श दिया जाएगा। अति कुपोषित बच्चों की पहचान के लिए एएनएम स्क्रीनिंग करेंगी और पोषण पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) पर संदर्भित करेंगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि शासन से प्राप्त निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा।
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