नेत्रदान के लिए लोगों को जागरुक करें छात्र-छात्राएः सीएमओ 

तुच्छ दान है हीरे मोती, श्रेष्ठ दान है नेत्र ज्योतिः डॉ. दिव्या वर्मा 

मुजफ्फरनगर। 6 सितंबर 2023।38वां नेत्रदान पखवाड़े के उपलक्ष्य में जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जानसठ, बघरा, बुढ़ाना,कूकड़ा व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पुरकाजी पर नेत्रदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें मरीजों को नेत्रदान के बारे में बताया और चश्में का वितरण किया गया। वहीं बुढ़ाना के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में बच्चों को नेत्रदान के संबंध में बताया गया वह बीआरसी कार्यालय में बच्चों को चश्मे वितरित करने के लिए दिए गए। पुरकाजी के राजकीय इंटर कॉलेज में जागरुकता रैली निकालकर नेत्रदान के प्रति लोगों को प्रेरित किया गया। 

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि कुछ युवा जो किसी दुर्घटना या दुर्घटना से अपनी दृष्टि खो चुके होते हैं, उन्हें नेत्रदान से सबसे अधिक लाभ होता है। नेत्रदान किसी के जीवन को हमेशा के लिए बदल सकता है। इसी तरह ज्यादातर डोनर भी बुजुर्ग होते हैं। नेत्र बैंक आमतौर पर 2 से 70 वर्ष की आयु के बीच के दाताओं से दान स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि समस्त छात्र/ छात्राएं जानकारी रखें एवं दूसरों को भी जागरूक करें कि स्त्री एवं पुरुष की मृत्यु के बाद नेत्रदान किया जा सकता है। इससे देश में फैल रही दृष्टिहीनता में कमी लाई जा सकती है।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व नोडल अधिकारी डॉ. दिव्या वर्मा ने बताया कि नेत्रदान ही सबसे बड़ा दान है। यदि आप अपनी आंखों का दान करते हैं तो आप मर कर भी जीवित रहते हैं। आपके द्वारा दान की गई आंखें आपके जाने के बाद भी दुनिया को देखेंगी। उन्होंने बताया कि जिले में 38वां नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जा रहा है। जिसके उपलक्ष्य में जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जानसठ, बघरा, बुढ़ाना,कूकड़ा व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पुरकाजी पर नेत्रदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें मरीजों को नेत्रदान के बारे में बताया और चश्में का वितरण किया गया। वहीं बुढ़ाना के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में बच्चों को नेत्रदान के संबंध में बताया गया। स्कूलों में बच्चों को चश्मे वितरित करने के लिए दिए गए। पुरकाजी के राजकीय इंटर कॉलेज में जागरुकता रैली निकालकर नेत्रदान के प्रति लोगों को प्रेरित किया गया। 

नेत्रदान क्यों जरुरी 

2 लाख से अधिक से अधिक कॉर्निया अंधत्व ग्रसित व्यक्ति अपनी कोई दृष्टि पाने को नेत्रों का इंतजार कर रहे हैं 

लगभग 20000 व्यक्ति प्रतिवर्ष कॉर्निया अंधत्व के शिकार होते हैं 

प्रतिवर्ष 100000 कॉर्निया की आवश्यकता होती है एक व्यक्ति के नेत्रदान से दो लोगों को दृष्टि प्राप्त होती है।


नेत्रदान कौन कर सकता है

सभी धर्म के लोग, सभी धर्म के लोग नेत्रदान को बढ़ावा देकर नेत्रदान कर सकते हैं 

किसी भी उम्र अथवा लिंग का व्यक्ति नेत्रदान कर सकता है 

चश्मा पहनने वाले कॉंटेक्ट लेंस इस्तेमाल करने वाले एवं ऐसा कोई भी व्यक्ति जिसकी नेत्र सर्जरी हुई हो वह व्यक्ति भी नेत्रदान कर सकता है।

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