चांद के बाद इसरो ने सूर्य की ओर बढ़ाया कदम
देश का पहला सोलर मिशन आदित्य एल-1 हुआ लॉन्च
- 'भारत माता की जय' के नारे से गूंजा श्रीहरिकोटा
बंगलुरू/नई दिल्ली (एजेंसी)।आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से शनिवार की सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर इसरो ने भारत के पहले सोलर मिशन आदित्य एल-1 को लॉन्च किया। इस मौके पर आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग को देख रही भीड़ ने भारत माता की जय के नारे लगाए। देश के इस पहले सौर मिशन से इसरो सूर्य का अध्ययन करेगा।
आदित्य एल-1 को अंतरिक्ष में 'लैग्रेंज प्वाइंट' यानी एल-1 कक्षा में स्थापित किया जाएगा। इसके बाद यह ये सैटेलाइट सूर्य पर होने वाली गतिविधियों का 24 घंटे अध्ययन करेगा। एल-1 सैटेलाइट को पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर स्थापित किया जाएगा।
आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला है। सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) शार, श्रीहरिकोटा आए लोगों में से एक ने कहा कि हम आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग को देखने के लिए मुंबई से आए हैं। यह हमारे लिए एक अविस्मरणीय पल है। यह एक अद्भुत एहसास है कि हम नासा और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों को प्रतिस्पर्धा दे रहे हैं। हम वास्तव में उत्साहित हैं।
बहुत ही महत्वपूर्ण है यह मिशनः जी. माधवन नायर
आदित्य एल-1 मिशन पर इसरो के पूर्व अध्यक्ष जी. माधवन नायर ने कहा कि यह मिशन बहुत महत्वपूर्ण है। आदित्य एल-1 को लैग्रेंजियन पॉइंट 1 के आसपास रखा जाएगा, जहां पृथ्वी और सूर्य का गुरुत्वाकर्षण बल लगभग शून्य हो जाता है और न्यूनतम ईंधन के साथ, हम वहां अंतरिक्ष यान बनाए रख सकते हैं। इसके अलावा 24/7 अवलोकन संभव है। अंतरिक्ष यान में सात उपकरण लगाए गए हैं। इस मिशन के डेटा से वायुमंडल में होने वाली विभिन्न घटनाओं, जलवायु परिवर्तन अध्ययन आदि को समझाने में मदद मिलेगी।
No comments:
Post a Comment