आमजन की समस्या को स्थानीय स्तर पर सुन करें गुणवत्तापूर्ण निस्तारण-प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा

प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा उप्र शासन ने की चिकित्सा शिक्षा विभाग की लोक कल्याणकारी योजना, सर्वोच्च प्राथमिकता वाली निर्माणाधीन परियोजना व शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा

मेडिकल कालेज में आगंतुक मरीज का किया जाये अच्छा उपचार


मेरठ। शनिवार को आयुक्त सभागार में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार द्वारा चिकित्सा शिक्षा विभाग की लोक कल्याणकारी योजना,सर्वोच्च प्राथमिकता वाली निर्माणाधीन परियोजनाओं यथा-अटल आवासीय विद्यालय, सिंचाई परियोजना, विद्युत उप केन्द्रों तथा लोक निर्माण विभाग की समीक्षा एवं शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की गयी। प्रमुख सचिव द्वारा मेडिकल कालेज के अंतर्गत शिक्षा संकाय एवं मेडिकल सुविधा की विस्तृत रूप से समीक्षा करते हुये निर्देशित किया गया कि स्वास्थ्य सेवा को और बेहतर बनाये जाने हेतु प्रयास किये जायें।

उन्होंने कहा कि अकसर यह देखा गया है कि मेडिकल में आने वाले मरीजों को भर्ती करने में परेशानी होती है तथा उनको प्राइवेट अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है। इस पर सख्त निर्देश देते हुये कहा मेडिकल में आगंतुक मरीज को अच्छे से उपचार सुनिश्चित किया जाये तथा मरीज को किसी भी प्राइवेट अस्पताल व अन्य जगह रेफर न किया जाए इसका विशेष ध्यान रखा जाए तथा उच्च स्तर से लगातार निगरानी की जाये।

प्रमुख सचिव  ने कहा कि मेडिकल सर्विस को और बेहतर किये जाने हेतु स्वास्थ्य विभाग, मेडिकल कालेज आपस में समन्वय स्थापित करते हुये टीम भावना के साथ चिकित्सा सुविधाओं को आमजन के लिए सरल और सुलभ उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इस संबंध में इंटीग्रेटेड प्लान बनाकर कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान मरीजों की आवक औसत से कम न रहें इसको गंभीरता से लेते हुये कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।

मेरठ में मेडिकल कॉलेज की निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा की गयी तथा संबंधित कार्यदायी संस्था को निश्चित समय में कार्य को पूर्ण किये जाने के निर्देश दिये गये। इसी क्रम में कल्याण सिंह मेडिकल कॉलेज बुलंदशहर की कार्य प्रगति एवं उसके संचालन हेतु विभिन्न चिकित्सा सेवाओं का प्रेजेंटेशन दिखाया गया। जिसके अंतर्गत कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया गया कि मेडिकल कालेज की अस्पताल वाली बिल्डिंग के अवशेष कार्य को तत्काल पूरा किया जाए जिससे कि चिकित्सकीय सेवा का संचालन सुचारू रूप से हो सके।

उन्होंने आयुक्त एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाये जाने हेतु निरीक्षण कर जमीन का चिन्हांकन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें जिससे आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके। उन्होने मेरठ मंडल के अंतर्गत ऊर्जा एवं लोक निर्माण विभाग द्वारा 50 करोड़ रूपये से अधिक की निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की योजनावार समीक्षा कर सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि परियोजनाओं को ससमय पूरा किया जाये।

उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर धनराशि अवमुक्त किये जाने या किसी भी प्रकार की अन्य समस्या के दृष्टिगत अवगत कराया जाये जिससे समस्या का समाधान हो सके। उन्होंने कहा कि ऊर्जा विभाग की ऐसी परियोजनाएं जिनकी कार्य प्रगति बहुत धीमी है संबंधित परियोजना का निरीक्षण एवं जांच कर रिपोर्ट प्रेषित करें। ऐसी कार्यदायी संस्था जो बेवजह परियोजनाओ में देरी एवं लापरवाही कर रही है, के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।

उन्होने जनसुनवाई एवं जनशिकायतों का गुणवत्तायुक्त निस्तारण तथा तहसील दिवस, थाना दिवस आदि की समीक्षा करते हुये कहा कि  मुख्यमंत्री  का स्पष्ट निर्देश है कि आमजन की समस्या को स्थानीय स्तर पर ही सुना जाए तथा जन शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण किया जाये। इस कार्य को समस्त अधिकारी प्राथमिकता पर लेते हुये कार्यवाही करें, इस कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही न की जाये। इस संबंध में आयुक्त द्वारा अवगत कराया गया कि शिकायत निस्तारण में मंडल की स्थिति अच्छी हुयी है इसे और बेहतर किया जायेगा। उन्होने प्रमुख सचिव महोदय को मंडल एवं जनपद की आईजीआरएस की स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि शिकायत निस्तारण की लगातार उच्च स्तर से निगरानी की जा रही है तथा रोस्टर के अनुसार विभागीय अधिकारी से फीडबैक प्राप्त करते हुये आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है।

इस अवसर पर आयुक्त मेरठ मंडल सेल्वा कुमारी जे, अपर आयुक्त महेन्द्र प्रसाद, जिलाधिकारी दीपक मीणा, उपाध्यक्ष एमडीए अभिषेक पाण्डेय, जिला सूचना अधिकारी सुमित कुमार, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज मेरठ डा आरसी गुप्ता, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज बुलंदशहर डॉ मनीषा जिंदल, मेडिकल कॉलेज, विद्युत विभाग एवं लोक निर्माण विभाग सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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