दीमक से छुटकारा दिलाने के साथ, इंडस्ट्री में क्रांति ला देगा का ये अविष्कार

विवि के रसायन विभाग की सहायक आचार्य डॉक्टर नाजिया तरन्नुम ने एक फार्मूला तैयार किया

 मेरठ। यदि आप दीमक से परेशान हैं तो आपको इससे जल्द छुटकारा मिल जाएगा। क्योंकि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के रसायन विभाग की सहायक आचार्य डॉक्टर नाजिया तरन्नुम ने एक फार्मूला तैयार किया है।जिसको भारत सरकार ने ग्रांट भी कर दिया है। 

सीसीएसयू के कैमिस्ट्री विभाग को बड़ी उपलब्धि मिली हैं। यहाँ की प्रोफेसर डॉ. नाजिया तरन्नुम के निर्देशन में ऐसा दीमकरोधी फोर्मूलेशन तैयार किया है जो कि दीमक से निजात दिलाने में नई क्रांति ला देगा। यह दीमकरोधी, फर्नीचर और दरवाजों सहित लकड़ी की वस्तुओं से दीमक से तो निजात दिलाएगा ही साथ ही पेंट में मिला कर दिवारों और फर्निचर में लगाने से दीमक को पनपने से ही रोक देगा। इसकी खास बात यह हैं कि यह इंसान के लिए बिल्कुल भी वैषिला नहीं होगा और न ही इसमें कोई गंध आएगी। हाल ही में भारत सरकार द्वारा इस अविष्कार के लिए डॉ. नाजिया तरन्नुम को इसका पैटेंट ग्रान्ट हुआ है।

अभी तक जो दीमकरोधी बाजार में आ रहे हैं वे वैषिले तत्वों से विकसित किये जाते है और उनमें से तेज गंध भी आती है लेकिन इस पेटेंट को भारत सरकार की मंजूरी मिलने के बाद अब ये दीमक से छुटकारा दिलाने की इंडस्ट्री में क्रांति ला सकता है। दीमक लगी वस्तुओं पर इस फार्मूलेशन का लेप करने से 8 माह तक दीमक दूर रहेगी। यदि बिना दीमक वाली वस्तुओं पर इसे पेंट करेंगे तो वह कभी भी पास नहीं भटकेगी। यह फार्मूलेशन बाजार में उपलब्ध दीमकरोधी के मुकाबले बेहद सस्ता और ज्यादा असरदार रहेगा। पेंट के साथ प्रयोग करने से दीवार पर इससे विशेष चमक भी आएगी। उक्त फार्मूलेशन केमैस्ट्री विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. नाजिया तरन्नुम एवं रिसर्च स्कॉलर पूजा ने तैयार किया है। विभाग की इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने बधाई दी है।

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