देश के 100 श्रेष्ठ साहित्यकारों में शामिल हुए डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा ‘उरतृप्त’

अब तक एक दर्जन पुस्तकें, सौ से अधिक देश-विदेश की पत्र-पत्रिकाओं में आलेख और डेढ़ हजार से अधिक व्यंग्य प्रकाशित  

नई दिल्ली। भारतीय विद्या परिषद, पटना विश्वविद्यालय और अखिल भारतीय साहित्य परिषद, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में देश-विदेश के हिंदी के वर्तमान 100 बड़े रचनाकार कड़ी के अंतर्गत वर्ष 2023-24 की सूची आज जारी की गई। इस सूची में 56वें नम्बर पर दक्षिण भारत से प्रसिद्ध व्यंग्यकार डॉ.सुरेश कुमार मिश्रा ‘उरतृप्त’ का नाम भी शामिल है।
दक्षिण भारत से प्रथम व्यंग्य यात्रा रवींद्रनाथ त्यागी सोपान सम्मान से सम्मानित युवा व सर्वाधिक सक्रिय व्यंग्यकार डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा 'उरतृप्त' वर्तमान में सबसे जाना-माना नाम है। उन्हें आचार्य रामचंद्र शुक्ल की यशस्वी रचना - हिंदी साहित्य का इतिहास का प्रथम ऑनलाइन संपादन करने का श्रेय भी जाता है। उनका एक तिनका इक्यावन आँखें  प्रसिद्ध व्यंग्य संग्रह है। इसी में "किताबों की अंतिम यात्रा" जैसी प्रसिद्ध रचना है। इसकी गणना सर्वकालिक व्यंग्य रचनाओं में की जाती है। डॉ. सुरेश कुमार मिश्रा 'उरतृप्त' को तेलंगाना सरकार की हिंदी अकादमी ने श्रेष्ठ नवयुवा रचनाकार सम्मान से सम्मानित किया है।
इस प्रतिष्ठित रैंकिंग में प्रसिद्ध साहित्यकार मैत्रेयी पुष्पा, चित्रा मुद्गल, असगर वजाहत, अब्दुल बिस्मिल्लाह, ज्ञान चतुर्वेदी, प्रेम जनमेजय, डॉ. हरीश नवल के नाम भी इस सूची में शामिल हैं।

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