बच्चे को पाने के लिए दर –दर भटक रही दलित महिला
पति ने पत्नी के नौ माह का छीनकर बहन को बेचा
एचआईवी पति ने पत्नी पर बदचलनी का आरोप लगाते हएु घर से निकाला
मेरठ। एक ओर प्रदेश सरकार दलित व नारी सशक्तिकरण की बात कर रही है। वहीं दूसरी इसका दूसरा रूप दिखाई दे रहा है। थाना किठौली की एक दलित महिला अपने बच्चे को पाने के लिए अधिकारियों के भटक रही है। उसे अभी तक न्याय दरकार है। दलित महिला का आरोप है। वह पुलिस अधिकारियों व महिला आयोग तक गुहार लगा चुकी है। अभी तक किसी ने कोई सुनवाई नहीं की है।
किठौली निवासी सोनम ने बताया उसका विवाह 2018 में सतवाई निवासी शिवकुमार पुत्र शेर सिंह के साथ हुई थी। वर्ष 21 में उसने एक बेटे का जन्म दिया जो कि वर्तमान में नौ माह है । उसने बताया उसके पति एचआईवी ,टीबी व हेपेटाइटिस से पीड़ित हो गये। चिकित्सकों की सलाह पर वह अपने मायके में रहने लगी। उसने बताया उसने किसी तरह अपने पति का उपचार चिकित्सकों से कराया । इस दौरान उसके सुसराल बालो द्वारा झोलाछाप चिकित्सक को दिखाने पर उनकी एक आख चली गयी। उसने बताया उसकी ननद गुड्डी के पति की मृत्यु हो गयी है। उसकी एक बेटी है। उसने आरोप लगाया उसके पति ने उसके नौ माह के बच्चे को चालबाजी से छीनकर उसे बेच दिया। जब उसने अपने ससुराल वालों से अपने बच्चे की मांग की तो उस पर बदचलनी का आरोप लगाते हुए उसे घर से निकल दिया। उसने बताया वह अपने बच्चे को पाने के लिए थाना, एसपी देहात ,एसएसपी , आईजी , एडीजी व महिला आयोग शिकायत कर चुकी है। लेकिन उसे हर बार सिर्फ और सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है। सोनम ने रोते हुए कहा कि आखिर कानून किसी के लिए बने है। जब न्याय नहीं मिल पा रहा है। वह किस का दरवाजा खटखटाया ।
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