नेशनल एग्जिट टेस्ट के विरोध में उतरे एमबीबीएस के छात्र -छात्राएं 

 प्रचार्या के कार्यालय के बाहर डाक्टरों ने किया प्रदर्शन 

मेरठ । शनिवार को  डॉक्टर्स डे था लेकिन मेरठ मे स्थित लाला लाजपतराय स्मारक  मेडिकल  कॉलेज में एमबीबीएस के छात्र नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) की ओर से आयोजित नेशनल एग्जिट टेस्ट (नेक्स्ट) के विरोध में उतर आए । एलएलआरएम  के एमबीबीएस  छात्रों ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के दफ्तर के ठीक सामने प्रदर्शन किया। इस मौके पर उन्हाेंने  विरोध करने की वजह भी गिनाईं। 

  प्राचार्य के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे एमबीबीएस के छात्रों ने बताया कि  बताया कि अफसोस इस बात का है कि अभी तक कॉन्सेप्ट तक भी क्लियर नहीं है कि  नेस्ट का टेस्ट कब होगा।  छात्रों  ने बातचीत करते हुए अपना दर्द बयां किया कि  जब उनका प्रवेश हुआ था उससे पहले नीट क्वालीफाई करके वह प्रवेश पाए हैं। अब नयी नेशनल एग्जिट टेस्ट (नेक्स्ट) आने से उन्हें काफी परेशानी हो सकती है।  बता देें मेरठ में , मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की सौ सीट हैं ।प्राचार्य के दफ्तर के ठीक सामने सेंकडों की संख्या में हाथों में तख्तियां लेकर इसके विरोध में नारेबाजी करते रहे। डाक्टरों को कहना है जब तक इसे वापस नहीं लिया जाता है। उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। 

छात्राें ने  बताया कि अफसोस इस बात का है कि अभी तक कॉन्सेप्ट तक भी क्लियर नहीं है कि  नेस्ट का टेस्ट कब होगा। स्टूडेंट्स ने अपना दर्द बयां किया कि  जब उनका प्रवेश हुआ था उससे पहले नीट क्वालीफाई करके वह प्रवेश पाए हैं।   कुछ स्टूडेंट्स ने कहा कि जो भी एमबीबीएस कर रहे हैं  उन्होंने अपने को साबित करके ही दाखिला पाया है। वहीं 2019 और 2020 में प्रवेश पाने वाले एमबीबीएस के स्टूडेंट्स ने कहा कि कोरोनाकाल में पहले ही उनके सामने पढाई में काफी चुनौती थीं, लेकिन अब ये NEXT और उनपर थोपा जा रहा है। स्टूडेंट्स अपना डर भी जाहिर करते हैं कि अगर इस  नेस्ट के टेस्ट में असफल हुए तो ऐसे स्टूडेंट्स को अतिरिक्त समय भी अपनी मेडिकल की पढाई में देना होगा।

एनईईटी पीजी  की जगह लेगा नेक्स

एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने बताया कि जहां तक जानकारी मिल रही है  यह एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए क्वालिफाईंग परीक्षा के तौर पर आयोजित किया जाएगा। इतना ही नहीं एलोपैथिक डॉक्टरों के लाइंसेस के लिए भी यह अनिवार्य  होगा ।  छात्रों का कहना है कि वे चाहते हैं कि जो ये नया फैसला लिया गया है इस पर पुनर्विचार हो।

आखिर क्या है नेक्स्ट परीक्षा...

    दरअसल एनएमसी ने यह निर्णय लिया है कि अब एमबीबीएस के छात्र और छात्राओं का नेक्स्ट टेस्ट भी होगा।  इस टेस्ट के बाद एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्रों को डिग्री दी जाएगी। साथ ही छात्रों को मेडिकल प्रैक्टिस की अनुमति भी मिलेगी।  इतना ही नहीं अगर next के टेस्ट में  छात्र फेल हो जाते हैं तो उन्हें डिग्री नहीं दी जाएगी। यानी जब तक यह परीक्षा  उत्तीर्ण नहीं होगी  तब तक ऐसे स्टूडेंट्स  मेडिकल प्रैक्टिस भी नहीं कर पाएंगे।

ये हैं मुख्य महत्वपूर्ण बिंदु

एफएमजी और डॉक्टर्स जो देश में किसी भी पीजी पाठ्यक्रम में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें इस परीक्षा के माध्यम से  गुजरकर ही जाना होगा।NExT-1 में पास होने के लिए सभी 6 पेपर्स में 50% (100 में 50) की आवश्यकता होगी (जो NEET PG के लिए प्रतिशत नहीं है) NExT अधिकारिता प्राप्त करने तक, पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए NEET PG का उपयोग पिछले बैचों के लिए जारी रहेगा (इसे NMC द्वारा निर्धारित किया जाएगा)  NMC द्वारा निर्धारित किसी भी महीने (मई या नवंबर आदि) में NExT आयोजित किया जाएगा।  NExT 1 में कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन एमबीबीएस पाठ्यक्रम के "सामेल होने" के 10 साल के भीतर उम्मीदवार को NExT के दोनों चरणों में से पास होना होगा।उम्मीदवार NExT 2 के पास होने के बाद ही पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अपने स्कोर को सुधारने के लिए NExT 1 दे सकते हैं।उम्मीदवार को 50% प्रतिशत उत्तीर्णता मानदंड के साथ सभी 6 पेपर्स में पास होना होगा। यदि उम्मीदवार पहले प्रयास में किसी विषय में पास नहीं हो सकता है, तो उसे उस विषय के लिए 6 महीने बाद NExT - 1 देना होगा। उसके बाद ही उसे NExT - 1 में "पास" माना जाएगा और उसे इंटर्नशिप शुरू करने की अनुमति मिलेगी। NExT - 1 के स्कोर को 5 साल के लिए मान्य माना जाएगा ।यदि उम्मीदवार स्कोर सुधारने के लिए NExT - 1 दे रहा है, तो  NExT - 1 का स्कोर (जो उम्मीदवार द्वारा अंतिम दिया जाएगा) पीजी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए मान्य रखा जाएगा। प्रदर्शन् करने वालो में एमबीबीएस  नेक्स्ट (नेशनल एग्जिट टेस्ट) को लागू कर दिया गया है। इसके साथ ही इसका विरोध भी शुरू हो गया है। मेरठ में शनिवार को LLRM मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के स्टूडेंट्स इसके विरोध में उतर आए और प्राचार्य के दफ्तर के ठीक सामने सेंकडों की संख्या में हाथों में तख्तियां लेकर इसके विरोध में नारेबाजी करते रहे। .अमन गुप्ता,राहुलकुमार सार्थक आदि मौजूद रहे। 


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