मेरठ में भी शुरू हुआ चार डिजिटल बूस्टर कंप्यूटर लैबों का संचालन

अमेरिका में रहने वाले उद्यमी एवं शाहजहांपुर में पले बढ़े  राजीव अग्रवाल ने डोनेट की है चार शासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में चार कंप्यूटर लैब

मेरठ। पैसा तो हर व्यापारी कमाता है। लेकिन कुछ कम लोग ही होते है जो दूसरों के बारे में सोचते है। ऐसा ही कर दिखाया है। यूपी के शाहजहांपुर में पढे बडे राजीव अग्रवाल ने जिन्होंने कबीर एक्सीलेंस फाउंडेशन के तहत प्रदेश के 19 जिलों में सरकारी सहायता प्राप्त 78 माध्यमिक विद्यालयों को आर्थिक अनुदान प्रदान करता करने के साथ  कम्पयूटर लैब  स्थापित की है। जिसमें लगभग 12000 विद्यार्थियों रोज़ाना कम्यूटर ज्ञान के साथ काफी अहम जानकारी प्राप्त कर रहे है। मेरठ में भी चार कम्यूटर लैब् स्थापित की गयी है। जिसमे आर जी इंटर कालेज,कनोहरलाल ,राम सहाय इंटर कालेज, खालसा कन्या इंटर कॉलेज देव नागरी इंटर कॉलेज  शामिल है। एक लैब में प्रति माह चालीस हजार रूपये का खर्चा आता है। 



डिजिटल बूस्टर कम्यूटर लैब  के बारे में जानकारी देते हुए कालेज की प्रधानाचार्य रजनी रानी शंखधर ने बताया इन कंप्यूटर लैब्स को कबीर एक्सीलेंस फाउंडेशन के वित्तीय सहायता और संचालन समर्थन के साथ संचालित किया गया है, जो उत्तर प्रदेश के 19 जिलों में सरकारी सहायता प्राप्त 78 माध्यमिक विद्यालयों को आर्थिक अनुदान प्रदान कर रहा है। फाउंडेशन का उद्देश्य इन लैब में गणित की शिक्षा में सीखने के परिणामों को सुधार करना है, और लगभग 12000 विद्यार्थियों रोज़ाना सुविधा का उपयोग कर रहे हैं। काॅलेज में स्थापित कम्यूटर लैब में स्कूल की छात्राओं को शिक्षकों को परीक्षाओं की तैयारी भी करा पाएंगी। इसके सुबह व शाम को कक्षाएं चलेगी। लेकिन छात्राओं को अपने परिजनों की अनुमति लानी होगी। 

 उन्होंने बताया कि ये लैब मुफ्त ऑनलाइन उत्तर प्रदेश के गणित पाठ्यक्रम के आधार पर विद्यार्थियों को हिंदी और अंग्रेजी में ट्यूशन प्रदान करती हैं, जिससे विद्यार्थियों का सीखने का अनुभव आधुनिक कंप्यूटर, उच्च गति इंटरनेट, और विभिन्न डिजिटल उपकरणों की सहायता से सुधारता है। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को उन्नत डिजीटल युग में सफलता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से सशक्त बनाना है।


उन्होंने बताया फाउंडेशन ने 2022 में 103 विद्यार्थियों और 2023 में 241 विद्यार्थियों की मदद की है जिन्होंने प्रतिष्ठित राष्ट्रीय मीन्स कम मेरिट स्कॉलरशिप (एनएमएमएस) के लिए योग्यता हासिल की है, जहां प्रत्येक छात्र को आगामी 4 वर्षों में वित्तीय सहायता के रूप में 48,000 रुपये की छात्रवृत्ति प्राप्त की है। इस साल, फाउंडेशन 2024 के नवम्बर में आयोजित होने वाली एनएमएमएस परीक्षा के लिए 800 विद्यार्थियों की सफलता का लक्ष्य रखा है।

कबीर एक्सीलेंस फाउंडेशन को एम ए क्यू सॉफ्टवेयर की भारतीय सहायक शाखा द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जो राजीव अग्रवाल द्वारा स्थापित यूएसए में स्थित एक कंपनी है, जो 1986 में आईआईटी खड़गपुर के स्नातक हुए हैं। फाउंडेशन का मिशन है कि वंचित विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करके उन्हे डिजीटल एक्सेस प्रदान करना है ।

प्रधानाचार्या रजनी रानी शंखधर ने  बीस कम्यूटर से लैस डिजिटल बूस्टर लैब के उद्घाटन के दौरान विद्यार्थियों के साथ बातचीत की और उन्हें प्रेरित किया कि वे मेहनत करें और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रयास करें। उन्होंने उन्हें रोज़ाना सीखने का मंत्र दिया और उन्हें प्रेरित किया कि वे लैब की संसाधनों का उपयोग करके अपने ज्ञान और कौशल को सुधारने का उपयोग करें।

प्रधानाचार्या ने फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की और उम्मीद व्यक्त की कि डिजिटल बूस्टर लैब डिजिटल अंतराल को पूरा करने और क्षेत्र में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने में सहायता करेगा। उन्होंने छात्राओं को सलाह दी कि वे इस अवसर का अच्छी तरह से लाभ उठाएं और अपने अध्ययन और अन्य प्रयासों में उत्कृष्टता की ओर प्रयास करें। इस मौके पर  कबीर एक्सीलेंस फाउंडेशन से भानु महेंद्र एवं शोभा मिश्रा के साथ अन्य कॉलेज अध्यापिकाएं एवं कॉलेज स्टाफ उपस्थित रही। 


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