जनपद के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर मनाया गया एकीकृत निक्षय दिवस

अब तक आयोजित सात निक्षय दिवसों में मिले टीबी के 93  नये मरीज


नोएडा
17 जुलाई 2023। जनपद के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर सोमवार को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया गया। 15 और 16 तारीख को अवकाश होने के कारण इस बार 17 तारीख को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया गया। शासन के निर्देश पर हर माह 15 तारीख को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया जाता है। सोमवार को स्वास्थ्य केन्द्रों पर पहुंचे लोगों की टीबी को लेकर स्क्रीनिंग की गयी और जरूरत के हिसाब से उनके बलगम के सैंपल लिये गये। सभी की जांच रिपोर्ट आना बाकी है। पिछले माह 15 जून को मनाए गये निक्षय दिवस में 149 लोगों की स्क्रीनिंग में 19 लोगों में टीबी की पुष्टि हुई थी। अब तक मनाये गये सात निक्षय दिवसों में टीबी के 93 नये मरीज मिल चुके हैं। सभी का उपचार चल रहा है।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ शिरीष जैन ने बताया- क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग लगातार जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है। विभाग का प्रयास है कि वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत की परिकल्पना को पूरा करते हुए जनपद को टीबी मुक्त बनाया जाए। उन्होंने बताया- शासन के निर्देश पर हर महीने की 15 तारीख को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया जाता है। इस दिवस पर जनपद के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर ओपीडी में आने वाले दस प्रतिशत मरीजों की लक्षणों के आधार पर टीबी की स्क्रीनिंग की जाती है।

कार्यक्रम के जिला समन्वयक अंबुज पांडेय ने बताया- जनपद में अब तक आठ एकीकृत निक्षय दिवस मनाए जा चुके हैं। पहला निक्षय दिवस 15 दिसम्बर 2022 को मनाया गया थाजिसमें मिले 202 संभावित मरीजों में से 191 के बलगम की जांच करायी गयी। जांच में 18 लोगों में टीबी की पुष्टि हुई। दूसरा एकीकृत निक्षय दिवस 16 जनवरी को मनाया गयाउस दिन 203 लोगों में टीबी से मिलते जुलते लक्षण पाये गये। इनमें से 182 लोगों के बलगम व अन्य जांच कराने पर 10 रोगी सामने आये। 15 फरवरी को आयोजित एकीकृत निक्षय दिवस पर 178 संभावितों में से 170 की जांच करायी गयीजिसमें टीबी के 11 नये मरीज मिले। इसी तरह 15 मार्च को 148 संभावितों में से 147 की जांच करायी गयीजिसमें 12 नये मरीज मिले। 15 अप्रैल को 136 लोगों की जांच में आठ नये मरीज मिले। मई में 163 लोगों की जांच की गयीजिसमें 15 नये मरीज मिले। इसी तरह जून माह में मनाये गये निक्षय दिवस में 138 लोगों की जांच में 19 नये मरीज मिले। 17 जुलाई को मनाये गये आठवें एकीकृत निक्षय दिवस की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। इस तरह सात एकीकृत निक्षय दिवसों में मिले 1193 संभावित मरीजों में से 1129 लोगों की बलगम की जांच की गयीजिसमें 93 नये मरीज मिले। जिला पीपीएम कोऑर्डिनेटर पवन भाटी ने बताया अब तक मिले सभी मरीजों को निक्षय पोर्टल पर पंजीकृत करते हुए उनका उपचार शुरू कर दिया गया है।

समय पर जांच व उपचार जरूरी

जिला क्षय रोग अधिकारी का कहना है- क्षय उन्मूलन के लिए सबसे जरूरी हैटीबी मरीजों की शीघ्र पहचान होना। जितनी जल्दी पहचानउतनी जल्दी उपचार। क्षय रोग इकाई का पूरा फोकस है कि टीबी मरीजों की जल्दी से जल्दी पहचान हो। उन्होंने बताया – पल्मोनरी (फेफड़ों की) टीबी मरीज के खांसने और छींकने से निकलने वाली बूंदों के सम्पर्क में आने से फैलती है। उपचार शुरू होने के बाद नियमित दवा लेने पर करीब एक से दो माह बाद संक्रमण फैलने की आशंका कम हो जाती है।

हर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर है बलगम कलेक्शन की सुविधा:

 जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया – 17 सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य़ केन्द्रों सहित जनपद के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर बलगम कलेक्शन की सुविधा है। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में क्षेत्रीय आशा कार्यकर्ता और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) की मदद से टीबी जांच करायी जा सकती है।

टीबी के लक्षण

डा. जैन ने बताया- दो सप्ताह से अधिक खांसीखांसते समय बलगम और खून आनासीने में दर्दशाम के समय बुखार और वजन कम होना आदि टीबी के लक्षण हैं। लक्षण नजर आने पर टीबी की जांच अवश्य कराएं।

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