बलिदानियों के इतिहास का गौरवशाली देश है भारत - डॉ. इंद्रेश कुमार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य
कारगिल विजय जयंती के अवसर पर शहीदों को नमन करते हुए उनके परिजनों को सम्मानित किया गया। कारगिल शहीद स्मृति उपवन में हुआ वृक्षारोपण
मेरठ। स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय में कारगिल विजय जयंती का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें शहीदों के नाम वृक्षारोपण करते हुए शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. इंद्रेश कुमार ने कारगिल शहीद स्मृति उपवन में सुभारती विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती स्तुति नारायण कक्कड, कुलपति मेजर जनरल डॉ. जी.के.थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.शल्या राज, लोकप्रिय अस्पताल के निदेशक डॉ. रोहित रविन्द्र, सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डॉ.कृष्णा मूर्ति, लेफ्टिनेंट जनरल वी.के. चतुर्वेदी, एवीएम एचपी सिंह, विंग कमांडर प्रफुल्ल बख्शी, पूर्व कुलपति कर्नल एन.के.आहूजा, कार्यक्रम संयोजक कर्नल राजेश त्यागी के साथ संयुक्त रूप से शहीदों के नाम वृक्षारोपण किया।
सुभारती परिवार की ओर से सभी अतिथियों को पौधा भेंट कर स्वागत किया गया। मांगल्या प्रेक्षागृह में स्वागत भाषण को सम्बोधित करते हुए सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल ने सभी अतिथियों एवं विद्यार्थियों को कारगिल विजय जयंती की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि कारगिल विजय को प्राप्त करने में शहीद हुए भारत माता के वीर जवानों की याद को अमिट बनाने के उद्देश्य से स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय में ‘‘कारगिल शहीद स्मृति उपवन‘‘ की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि सभी देशवासियों का कर्तव्य है कि वह शहीद सैनिक के परिजनों को सम्मान दें और उनकी सहायता करें। कार्यक्रम संयोजक व सुभारती डिफेन्स एकेडमी के निदेशक कर्नल राजेश त्यागी ने शहीद स्मारक एवं उपवन क्लब का परिचय दिया।
मुख्य अतिथि डॉ.इन्द्रेश कुमार ने सभी को कारगिल विजय जयंती की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि भारत बलिदानियों की धरती है और शहीदों ने हमारे देश के गौरवशाली इतिहास का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जैसे भारत माँ के वीर सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत को स्वतंत्रता दिलाई है। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस अखंड भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे। उन्होंने आजाद हिन्द फौज के बलिदान से सभी को रूबरू कराया। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा शहीदों को सम्मानित करने पर हर्ष प्रकट किया। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय राष्ट्र निर्माण में प्रमुखता से कार्य कर सभी को गर्व की अनुभूति करा रहा है। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा अखंड भारत के सपने को आत्मसात करने की दिशा में किये जा रहे कार्यो के फलस्वरूप जल्द ही लाहौर में भी सुभारती विश्वविद्यालय का परिसर बनेगा। उन्होंने कैलाश, मानसरोवर चीन से मुक्त करो का नारा भी सभी से लगवाया। उन्होंने भव्य कार्यक्रम आयोजन की सभी को बधाई दी।
एवीएम एचपी सिंह ने सभी को कारगिल विजय दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के हौसले आसमान की बुलंदियों से ऊंचे हैं और हर सैनिक भारत माता की दुश्मनों से रक्षा करने हेतु तत्पर है। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों के नाम शहीद स्मृति उपवन की स्थापना पर हर्ष प्रकट किया। लेफ्टिनेंट जनरल वी.के. चतुर्वेदी ने कारगिल युद्ध के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सेना के साहस की गाथा सुनाई।
सुभारती विश्वविद्यालय की कुलाधिपति पूर्व आई.ए.एस. श्रीमती स्तुति नारायण कक्कड ने कहा कि कारगिल शहीद स्मृति उपवन के द्वारा भारत माता के वीर सपूतों की याद हमेशा के लिये स्वर्णिम बन गई हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमारे सैनिक देश की सरहदों पर हमारी रक्षा करते है इसी प्रकार हम सभी देशवासी अपने कर्तव्य को निभाते हुए देश की उन्नति में अपना योगदान देना चाहिए।
सुभारती विश्वविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. शल्या राज ने कहा कि कारगिल युद्ध में अपनी वीरता का पराक्रम दिखाकर शहीद हुए जांबाज़ जवानों की शहादत की याद को अमर बनाने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय में ‘‘कारगिल शहीद स्मृति उपवन‘‘ की स्थापना की गई है। उन्होंने बताया कि शहीद स्मृति उपवन देश का पहला ऐसा उपवन है जिसमें 559 शहीदों के नाम 559 पेड़ लगाएं गये है। इससे एक ओर हमारे पर्यावरण का संरक्षण होगा तो वहीं कारगिल युद्ध के शहीद वीर जवानों की याद हमेशा के लिये अमर होगी। उन्होंने कार्यक्रम में भारतीय सेना के विभिन्न अधिकारियों एवं समस्त अतिथिगणों का अभिनंदन करते हुए धन्यवाद दिया।
मुख्य अतिथि डॉ. इंद्रेश कुमार ने शहीद कैप्टन विजयंत थापर के पिता कर्नल वीएन थापर व माता तृप्ता थापर, शहीद मेजर मनोज तलवार के भाई श्री नवनीत एवं भांजी डॉ. ओशिन, शहीद नाईक सतपाल सिंह की धर्मपत्नी श्रीमती बबीता व पुत्र अमित चौधरी, शहीद नाईक योगेन्द्र सिंह यादव की धर्मपत्नी उर्मिला, भाई अनिल व भतीजा यश, शहीद सतीश कुमार की पुत्री रूपाली व झलक, शहीद सीएचएम यशवीर सिंह तोमर की धर्मपत्नी मुनेश व बेटा उदय को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में फाइन आर्ट कॉलेज की पत्रिका का मुख्य अतिथि ने विमोचन किया। विश्वविद्यालय के शामुक बैंड व फाइन आर्ट के विद्यार्थियों ने देशभक्ति से परिपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर समां बांध दिया।
मंच का संचालन योगा कॉलेज की छात्रा आस्था गुप्ता व लॉ कॉलेज की छात्रा पलक त्यागी ने संयुक्त रूप से किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. निशा सिंह ने दिया। अखंड भारत के राष्ट्रगान से कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम में धर्म संस्कृति संगम का सहयोग रहा।
इस अवसर पर महानगर प्रचारक विनोद भारती, डॉ.संदीप त्यागी, दीपक शर्मा, कपिल त्यागी, प्रतिकुलपति डॉ. अभय शंकरगौड़ा सहित विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारी, संकाय व विभाग के अध्यक्ष तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे। आयोजन समिति के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।
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