एसपी ट्रैफिक की अध्यक्षता में समन्न् हुई जिला सडक सुरक्षा समिति की बैठक
मेरठ । कलेक्ट्रेट कार्यालय में एसपी ट्रैफिक जितेन्द्र श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिला सडक सुरक्षा समिति की बैठक आहूत की गयी। बैठक में सडक सुरक्षा के संबंध में संबंधित विभागो की कार्य योजना पर विचार विमर्श किया गया। परिवहन एवं पुलिस विभाग द्वारा दुर्घटनाओ को रोकने के लिए समेकित रूप से की गयी कार्यवाही पर विचार एवं सडक दुर्घटना के आंकडो का विश्लेषण किया गया। ब्लैक स्पोट पर आवश्यक कार्यवाही के संबंध में बताया गया कि 25 ब्लैक स्पोट चिन्हित किये गये है।
उन्होने शहर में संचालित ई-रिक्शा को नियमित एवं व्यवस्थित करने के संबंध में बताया कि बगैर नंबर प्लेट के रिक्शा नहीं चलेंगे तथा अगली बैठक में जिम्मेदार लोगो को भी बुलाकर उनका सुझाव प्राप्त किया जाये। जनपद में व्हीकल डिटेंशन सेंटर को विकसित करने की कार्यवाही के संबंध में नगर मजिस्ट्रेट व परिवहन विभाग के अधिकारी को जमीन चिन्हित कर आवश्यक कार्यवाही करने हेतु कहा गया।
उन्होंने 102 एवं 108 एम्बुलेन्स सेवा के अवस्थापन एवं रिस्पॉन्स टाईम की समीक्षा करते हुये कहा कि सडक दुर्घटना होने की स्थिति में तुरंत चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध करायी जाये जिससे गोल्डन ऑवर (दुर्घटना से 01 घंटा) में घायलो को उचित इलाज मिल सके तथा ब्लैक स्पोट के निकट एम्बुलेंस प्वाइंट की व्यवस्था भी की जाये।
सडक सुरक्षा के प्रचार-प्रसार के संबंध में कृत कार्यवाही की जानकारी प्राप्त करते हुये उन्होने कहा कि जनपद में सडक सुरक्षा के प्रचार-प्रसार हेतु जागरूकता अभियान चलाया जाये। बस/ट्रक ड्राईवरो की चैकिंग की जाये तथा जो बस/ट्रक ड्राईवर शराब पीकर गाडी चलाते हुये पाये जाये उनके विरूद्ध कडी कार्यवाही अमल में लायी जाये। उन्होने कहा कि ड्राईवरो का नियमित रूप से मेडिकल कराया जाये। सडक दुर्घटना में मृतक एवं घायल व्यक्तियो के लंबित प्रकरणो की समीक्षा की गयी। उन्होने कहा कि अज्ञात वाहन से एक्सीडेंट होने पर फार्म 54 अवश्य भरवाये, इसमें रू0 02 लाख तक की सहायता राशि का प्राविधान है।
इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट राहुल विश्वकर्मा, जिला सूचना अधिकारी सुमित कुमार, आरटीओ, पीडब्लूडी सहित अन्य संबंधित विभागो के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment