रिश्तों को कत्ल
गर्लफ्रेंड के लिए बेटे ने सुपारी देकर उतरवाया मॅा को मौत के घाट
मेरठ। अप्रैल माह में किठौर में हुई शिक्षिका की हत्या में उसका बेटा ही कातिल निकला है। जिसने शादी शुदा मुस्लिम गर्लफ्रेंड से शादी करने के लिए दोस्तों को सुपारी देकर अपनी मॉ को मौत के घाट उतवाया। इस मामले में सोमवार को पुलिस ने खुलासा करते हुए आरोपी बेटे व दोस्तों को गिरफ्तार किया है।
मेरठ में रिश्तों के कत्ल का सनसनीखेज मामला सामने आया है। शिक्षिका राजबाला की हत्या बेटे ने ही कराई थी। शादीशुदा मुस्लिम गर्लफ्रेंड से शादी करने के लिए बेटे ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। बेटे ने दोस्तों को 2.40 लाख में सुपारी देकर मां की हत्या करा दी। पुलिस ने सुपारी लेने वाले 2 दोस्त और बेटे को संचित को गिरफ्तार कर लिया है।चिकित्सकों के प्रयास के बाद उन्हें नहीं बचाया जा सका। पच्चीस अप्रैल को उनकी मौत हो गयी। पुलिस के लिए इस घटना को खोलना चुनौती पूर्ण हो गया था। मामले की तहकीकात के लिए पुलिस राजबाला के घर पहुंचकर पूछताछ की। किठौर पुलिस सहित सर्विलांस टीम, एसओजी की टीम हमलावर की तलाश में थी। एसपी क्राइम के गाइडेंस में इसमें तीन टीमें लगाई गई थीं। शक के आधार पर पुलिस ने बेटे से भी पूछताछ की।
सीडीआर की जांच पता चला मृतक के बेटे संचित के मोबाइल पर दो अंजान नंबरों से लगातार बात हुई। आगे की जांच की गयी तो हमला करने वाले दो युवकों की लोकेशन संचित के घर के पास ही मिली। जब संचित के सामने ये साक्ष्य रखे गए, तो वो सच छिपा नहीं सका।कडाई से पूछताछ करने के बाद उसने किठौर के राशिद और मोहल्ले खटीकोंवाला में रहने वाले आमिर के नाम उगल दिए। यही वो दो सुपारी किलर थे, जिन्हें मां राजबाला को मारने के लिए घर भेजा गया था।
संचित से पूछताछ के दौरान यह बात भी पता चली कि वह एक शादीशुदा मुस्लिम महिला से प्यार करता था संचित मां इस बात का विरोध करती थी। राजबाला ने कई बार संचित को समझाया कि उसे छोड़ दे। मुस्लिम लड़की को वो अपनी बहू नहीं बनाएंगी। लेकिन संचित नहीं माना। मां के मना करने के बावजूद संचित युवती से मिलता रहा। इस बात को लेकर आए दिन मां, बेटे में घर में झगड़ा होता रहता था। बस यही से मॉ को रास्ते से हटाने का उसने प्लान बना लिया।
संचित ने पूछताछ में बताया कि उसने मेरठ में एक फ्लैट भी बुक कराया था। इस फ्लैट का बयाना भी संचित दे चुका था। उसकी प्लानिंग थी कि अपनी मुस्लिम प्रेमिका से शादी करने के बाद वो इसी फ्लैट में आकर रहेगा। यहीं अपना घर बसाएगा।
किठौर में रहने वाले हरवंश लाल के सात बच्चों में राजबाला 5वीं संतान थीं। 1990 में उनकी शादी गाजियाबाद के बर्तन व्यवसायी कृष्ण बलदेव से हुई थी। बेटे संचित और एक बेटी के जन्म के बाद 1995 में आपसी विवाद के कारण राजबाला और कृष्ण बलदेव का तलाक हो गया। इसके बाद बेटी को पिता के पास छोड़ राजबाला बेटे संचित के साथ अपने मायके किठौर में आकर रहने लगीं।
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