वी बिज़नेस ने एमएसएमई के विकास में मदद करने के लिए लॉन्च किया रैडी फॉर नेक्स्ट 2.0

मेरठ। एमएसएमई (लघु एवं मध्यम उद्योग) भारत की अर्थव्यवस्था का एक तिहाई हिस्सा बनाते हैं और देश के आत्मनिर्भर एजेंडा के मुख्य स्तंभों में से एक हैं। ऐसे समय में जब कारोबारों के लिए अपना अस्तित्व बनाए रखने एवं विकसित होने के लिए डिजिटल रूपान्तरण ज़रूरी हो गया है, सरकार भी एमएसएमई सेक्टर की मुख्य चुनौतियों को हल करने के लिए डिजिटल एवं टेक्नोलॉजी के अडाप्शन पर ज़ोर दे रही है। विश्व एमएसएमई दिवस के मौके पर आज भारत के प्रमुख दूरसंचार सेवा प्रदाता वोडाफोन आइडिया की एंटरप्राइज़ शाखा वी बिज़नेस ने अर्थव्यवस्था के समावेशी विकास के लिए एक बार फिर से एमएसएमई के डिजिटलीकरण की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।
प्रोग्राम पर अपने विचार व्यक्त करते हुए अरविंद नेवातिया, चीफ़ एंटरप्राइज़ बिज़नेस ऑफिसर, वोडाफोन आइडिया ने कहा, ‘‘लघु एवं मध्यम उद्योग भारत के जीडीपी (सकल घरेलु उत्पाद) में लगभग 30 फीसदी योगदान देते हैं। इस सेक्टर में तेज़ी से डिजिटलीकरण हुआ है, लेकिन फिर भी महामारी के बाद डिजिटल मैच्योरिटी इंडैक्स मात्र 55 से 60 फीसदी बना हुआ है। हमारा मानना है कि ही टेक्नोलॉजी टूल्स के द्वारा एमएसएमई अपनी विकास की क्षमता का सही लाभ उठा सकते हैं और देश की अर्थव्यवस्था में और भी अधिक योगदान दे सकते हैं। रैडी फॉर नेक्स्ट प्रोग्राम के माध्मय से हम एमएसएमई को ऐसे दीर्घकालिक समाधान उपलब्ध कराना चाहते हैं, ताकि वे अपनी निर्णय निर्धारण प्रक्रिया को सरल बना सकें, साथ ही अपने बिज़नेस के लिए सही फोकस एव समाधानों के द्वारा आने वाले कल के लिए तैयार हो सकें। हमारे समाधान इस तरह से तैयार किए गए हैं कि वे आज के डिजिटल दौर में एमएसएमई की उत्पादकता, पहुंच एवं सुरक्षा को बढ़ाने में कारगर हैं।’’

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