विद्यार्थी अपने जीवन की कीमत समझें और समय का सदुपयोग करें : प्रोफेसर असलम जमशेदपुरी

यह विदाई समारोह जीवन के एक अध्याय के पूरा होने का प्रतीक है: डॉ. आसिफ अली।

सीसीएस यूनिवर्सिटी के उर्दू विभाग में विदाई समारोह का आयोजन किया गया

मेरठ । इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस उम्र के छात्र उत्साह और नई आकांक्षाओं से भरे होते हैं और एक अद्वितीय आत्मविश्वास, चपलता रखते हैं। बुद्धि भी उच्च स्तर पर होती है। बस इतना ही चाहिए। आपको अपनी क्षमता को समझना होगा। ये शब्द थे उर्दू विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर असलम जमशेदपुरी के जो प्रेमचंद सेमिनार हॉल में आयोजित छात्रों के विदाई समारोह में अध्यक्षीय भाषण दे रहे थे। उन्होंने कहा मुझे उम्मीद है कि आप जीवन की कीमत को समझेंगे और अपने समय का सदुपयोग करेंगे और मेहनत से पढ़ाई करें और अच्छे अंकों के साथ अपनी परीक्षा पास करने के लिए खुद को समर्पित करें और अपनी शिक्षा का सकारात्मक उपयोग अपने लिए, अपने परिवार के लिए, देश और समाज के लिए करें। परिवार, विश्वविद्यालय और राष्ट्र का नाम सबसे अच्छे और शानदार भविष्य की ओर अग्रसर होगा। .

 कार्यक्रम की शुरुआत एमए प्रथम वर्ष के छात्र फारूक शेरवानी ने की जिन्होंने पवित्र कुरान का पाठ किया। तत्पश्चात एमए प्रथम वर्ष की छात्रा उज्मा परवीन द्वारा नात पेश की गई, सईद अहमद सहारनपुरी द्वारा गीत की सुंदर प्रस्तुति दी गई।कार्यक्रम में मुहम्मद इमरान, दिलकश, शबाना, नायब, अलीना, रूजा, शिफा, फराह नाज, नवाजिश ने विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। जिसे सभी ने खूब सराहा। कार्यक्रम में एमए द्वितीय वर्ष के मुहम्मद इमरान को मिस्टर फेयरवेल व नायब को मिस फेयरवेल के खिताब से नवाजा गया।

इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉ. आसिफ अली ने कहा कि आज का समारोह इस बात की निशानी है कि आज आपके जीवन का एक अध्याय समाप्त हो रहा है और दूसरे अध्याय की शुरुआत हो रही है.यह एक पारंपरिक शिक्षण उच्च डिग्री है.उसके बाद प्राप्त डिग्री आपके भविष्य और आपके व्यावहारिक जीवन को उज्ज्वल करने के साधन हैं। मानो आज से ही आपको अपना व्यवहारिक जीवन शुरू करना है। इस लिहाज से इक़बाल के जीवन की यह कविता कर्म से बनी है, जन्नत और नर्क भी आपका मार्गदर्शन करेगी। इकबाल के इस संदेश को यदि आप अपने व्यवहारिक जीवन में उतारेंगे तो अवश्य ही आप न केवल सफल होंगे अपितु अपने परिवार, शिक्षकों, विश्वविद्यालय और राष्ट्र का नाम रोशन करेंगे।

  डॉ. शादाब अलीम ने कहा कि आज का दिन वाकई बहुत भावुक करने वाला दिन है।बच्चे न केवल अपने शिक्षकों से जुड़ते हैं, बल्कि शिक्षकों से प्यार भी होता है। उन्हें अपने प्रत्येक छात्र से भी जुड़ना होता है, लेकिन यह विदाई की घड़ी तो आनी ही है, क्योंकि उनका बेहतर भविष्य बाहें फैलाकर उनका स्वागत करने के लिए तैयार है। मुझे अपने छात्रों पर पूरा विश्वास है कि वे पूरी मेहनत, ईमानदारी, सच्चाई और समर्पण के साथ व्यावहारिक जीवन में कदम रखेंगे और अपना, अपने माता-पिता, अपने विभाग और अपने शिक्षकों का नाम रोशन करेंगे।

डॉ. अलका वशिष्ठ ने कहा कि विदाई समारोह ठहर जाने का उत्सव नहीं, बल्कि आगे बढ़ने का उत्सव है। इसी के साथ आपके भविष्य के लिए ढेर सारी दुआएँ और शुभकामनाएँ। यह आपके लिए भविष्य को सुनहरा बनाने का सबसे अच्छा अवसर है। अपने कौशल और क्षमताओं के साथ भीड़ से अलग दिखें और अपनी अलग पहचान बनाएं। सफलता आपके कदम जरूर चूमेगी।

डॉ. इरशाद सयानवी ने कहा, "मुझे लगता है कि अब वह समय नहीं है जब किताबें पढ़कर ही सफलता आपके कदम चूमेगी, यह विज्ञान और तकनीक का युग है। अब आपको आसमान पर चलते हुए नजर रखनी होगी।"  शिक्षा के हर क्षेत्र में आप तभी पूर्ण रूप से सफल हो सकते हैं, जब आप शैक्षिक पाठ्यक्रम के साथ-साथ राजनीतिक और सामाजिक आंदोलनों पर भी नजर रखेंगे, तभी सफलता आपके करीब आएगी।

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