पुलिस के दुर्व्यवहार से परेशान होकर मीडिया से लगाई महिला ने गुहार
पीड़ित महिला ने पुलिस के द्वारा न्याय न मिलने पर आत्महत्या करने की दी चेतावनी
हापुड़। जनपद मे पुलिस द्वारा देह व्यापार को लेकर हुई विशेष कार्रवाई में अचानक से नया मोड़ सामने आया है और पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई से पुलिस पर प्रश्न उठने लगे हैं क्योंकि पुलिस ने एक निर्दोष महिला को देह व्यापार मामले में फंसा कर जेल भेजने का कार्य किया है। आपको बता दें मामला 26 मई 2023 का है जहां महिला थाना पुलिस, एसओजी व हापुड़ नगर कोतवाली पुलिस व क्षेत्राधिकारी हापुड़ नगर के द्वारा मोदीनगर रोड आदर्श नगर कॉलोनी के एक मकान में चल रहे अनैतिक देह व्यापार में कार्रवाई करते हुए 12 महिलाएं और 3 लोगों को हिरासत में लिया और विधिवत कार्रवाई की गई लेकिन कार्रवाई करते वक्त पुलिस के द्वारा एक घिनौना कार्य किया गया जिसमें एक निर्दोष महिला को बिना किसी कारण पूछताछ के पुलिस कर्मी द्वारा थप्पड़ मारा गया और गाली गलौज की गई। वीडियो में महिला द्वारा बार-बार बताया जा रहा है कि वह यह अनैतिक कार्य नहीं करती और उसका इसमें कोई दोष नहीं है वह एक स्वास्थ्य कार्यक्रत होने के नाते वहां पर आई है और वह नवभारत समाज कल्याण समिति में कार्य करती है लेकिन पुलिस द्वारा एक भी ना सुनी और जब महिला ने गले में पड़ा हुआ अपना आई कार्ड पुलिसकर्मियों को दिखाया तो पुलिसकर्मियों ने गाली गलौज करते हुए उसमें एक थप्पड़ मार दिया और आनन-फानन में महिला को गिरफ्तार कर लिया और कार्रवाई करते हुए देह व्यापार की धारा अनैतिक व्यापार निवारण हरण अधिनियम 1956 के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया। उपरोक्त संबंध में मीडिया द्वारा क्षेत्र अधिकारी हापुड़ नगर से बात की गई तो उनके द्वारा दो अलग-अलग जवाब दिए गए जो अपने आप में संतोषजनक जवाब नहीं है पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई से निर्दोष महिला में रोष है और पीड़ित महिला द्वारा पुलिस द्वारा इस प्रताड़ना से परेशान होकर महिला ने अपने निवास स्थान रामगढ़ी में अपनी एनजीओ नवभारत सेवा समिति के पदाधिकारियों को बुलाकर एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया और अपनी आवाज को उठाने और न्याय दिलाने में सहायता करने के लिए मीडिया से गुहार लगाई है और भविष्य में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है और पीड़ित महिला ने पुलिस के द्वारा न्याय न मिलने पर आत्महत्या करने की चेतावनी भी दी है विदित रहे कि जब जब कोई आम व्यक्ति, नेता, अधिकारी या फिर सुप्रीम कोर्ट के जज हो उनपर कोई विपता आई है तो उन्होंने भी मीडिया का सहारा लिया है अब देखना है कि पीड़ित महिला को कितना पीड़ित महिला को कितना नन्याय मिलता है यह तो भविष्य ही बताएगा।
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