हस्तिनापुर के गांव पलडा में मर्डर के बाद हुआ बवाल ,उग्र भीड ने हत्यारोपियों के फूंके घर
खेतों में खडी फसल को उपद्रवियों ने किया आग के हवाले
पूर्व प्रधान समेत चार हिरासत में , गांव में भारी फोर्स तैनात , अधिकारी कर रहे मॉनेटरिंग
मेरठ। हस्तिनापुर इलाके के गांव पलड़ा में रविवार को 24 साल के विशु की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। सोमवार को विशु का शव गांव पहुंचने पर परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। ग्रामीणों ने समुदाय विशेष आरोपियों के घरों में घुसकर तोड़फोड़ और आगजनी कर दी। साथ ही खेतों में खड़ी फसल में भी आग लगा दी। घंटों तक अफरातफरी मची रही। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने किसी तरह ग्रामीणों के गुस्से को शांत किया। पुलिस ने इस मामले में पूर्व प्रधान समेत चार लोगों को हिरासत में लिया है। तनाव को देखते हुए पूरे गांव में भारी फोर्स को तैनात कर दिया गया है। स्थिति पर अधिकारी लगातार नजर बनाए हुए है। लोगों को शांति बनाए रखनी की अपील की जा रही है।
सोमवार को पोस्टमॉर्टम के बाद विशु का शव जैसे ही गांव में पहुंचा तो ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। ग्रामीणों ने शव को अंतिम संस्कार पर ले जाने के दौरान संप्रदाय विशेष के मंसूर व साबिर के मकान में आग लगा दी। आगजनी के दौरान घर पर कोई नहीं था। देखते ही देखते आग ने भयंकर रूप ले लिया। वहीं, दो अन्य आरोपियों की फसल में आग लगा दी गई है। बताया जा रहा है कि उग्र भीड़ द्वारा विशेष समुदाय के धार्मिक स्थल में भी तोड़फोड़ की गई है। किसी तरह लोगों ने घरों में छिप कर अपनी जान बचाई। बवाल की सूचना पर एसएसपी और एसपी देहात, पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और मोर्चा संभाला है। फायर ब्रिगेड ने किसी तरह आग पर काबू पाया है। गांव में तनाव के हालात बने हुए हैं। यहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।फिलहाल, गांव में कर्फ्यू जैसे हालात बने हुए हैं।पुलिस बल ने ग्रामीणों को घरों में रहने की हिदायत दी है।
वही इस मामले में पूर्व ग्राम प्रधान पड़ला गजेंद्र सिंह के अलावा अनस, अशफाक, शहानजीम, अकरम, अजीबुद्दीन, मो. कैफ के खिलाफ नामजद मुकदमा किया गया है। तीन अज्ञात के खिलाफ भी एफआईआर की गई है। पुलिस ने गजेंद्र सहित 3 अन्य आरोपियों को अरेस्ट किया है। कुल 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है। अन्य की अरेस्टिंग के लिए पुलिस दबिश दे रही है। वहीं पुलिस ने परिजनों को समझाकर विशु के शव का अंतिम संस्कार करा दिया है।
क्या हुआ था
बता दें कि रविवार देर शाम प्राथमिक विद्यालय के मैदान में दोस्त के साथ बैठे पलड़ा गांव निवासी विशु पर बाइक सवार युवकों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। विशु की मौत के बाद परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर मवाना तहसील तिराहे पर जाम लगा दिया था। देर रात एसएसपी रोहित सिंह सजवाण मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाकर शांत कराया। मामले में कुल 6 आरोपी नामजद किए गए हैं। ।
कहाँ रही पुलिस की चूक
सोमवार को हस्तिनापुर के गांव पलडा में मर्डर के बाद हुए बवाल में पुलिस की चूक होती दिखाई दे रही है। रविवार को जिस प्रकार काफी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गये थे। पुलिस ने यह कैसे सोच लिया की उनका गुस्सा शात हो जाएगा। ग्रामीण स्तर पर खुफिया विभाग की इस मामले में चूक दिखाई दे रही है। एसपी देहात तो नए है लेकिन सर्किल आफिसर व थाने प्रभारी केा वहां की भोगोलिक स्थिति से वाकिफ थे। जब उस क्षेत्र की नाकेबंदी कर दी थी तो बवालियों को बवाल करने का कैसे मौकेा मिल गया। यह तो जांच का विषय है। हमारा मकसद किसी पर आरोप लगाना नहीं है। लेकिन जिस प्रकार से देहात में इस तरह की घटना हुई है। उससे आसपास के ग्रामीणों में खौफ पैदा हो गया है।
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