आप से ऋचा सिंह मेयर की उम्मीदवार होगी
हाउस टैक्स हाफ, वॉटर टैक्स माफ साफ-सुथरे शहर के मुद्दे पर लड़ेगी - संजय सिंह
मेरठ। निकाय चुनाव में मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने मेयर पद के लिए अपने पत्ते खोल दिए। आप ने ग्लोबल सोशल कनेक्ट की ऋचा सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है। जो हाउस टैक्स हाफ, वॉटर टैक्स माफ साफ-सुथरे शहर के मुद्दे पर लड़ेगी।
मंगलवार को राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इसकी बकायदा घोषणा मीडिया के समक्ष कही। उन्होंने बताया ऋचा सिंह आम मुददे पर चुनाव लडेगी। उन्होंने बताया आम आदमी की सरकार दिल्ली व पंजाब में चल रही है। पार्टी का रूप अब फैलता जा रहा है। इस मौके पर पश्चिम प्रांत के प्रदेश अध्यक्ष सोमेंद्र ढाका , जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी, प्रांत के महासचिव मनीष सिंह , महापौर की प्रत्याशी ऋचा सिंह , जिला संरक्षक एस के शर्मा, जिला महासचिव जीएस राजवंशी,उपाध्यक्ष देशवीर सिंह, उपाध्यक्ष हबीब अंसारी मनोज चौधरी अभिषेक शर्मा डॉ आजाद सिंह पवार संतोष पंडित अक्षय कुमार सिंह जितेंद्र धामा, विनोद पहलवान जॉन धनकड़,गीता सिंह , मुकेश आर्य , शैली सिंह , संगीता सिंह , पिंकी , मीता चौधरी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
वही दूसरी ओर सपा-रालोद गठबंधन से सीमा प्रधान फाइनल मानी जा रही हैं, ऋचा सिंह की उम्मीदवारी के एलान के साथ ही अब भाजपा से कौन का सवाल और भी बड़ा हो गया है। पूछा जा रहा है कि यदि आप से ऋचा सिंह तो भाजपा से इस चेहरे के मुकाबले के लिए कौन। भाजपा से अब सवाल पूछा जा रहा है कि ऋचा सिंह के सामने कौन।
मंगलवार को हरमन सिंह बागपत रोड मेरठ स्थित कार्यालय पर चुनाव स्क्रिनिंग कमेटी की बैठक की जानकारी महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंहल ने दी थी। लेकिन जहां तक नाम फाइनल होन की बात है तो इसमें कम से कम अभी वक्त लगने की बात कही जा रही है। दरअसल ऋचा सिंह के आने के बाद भाजपा के लिए एक तीर से कई निशाने साधने की मजबूरी हो गयी है। आप की ऋचा सिंह ही नहीं सपा-रालोद गठबंधन की सीमा प्रधान से भी बड़ी चुनौती मिलने जा रही है। कुल मिलाकर फूंक-फूंक कर कदम रखने सरीखे हालात हैं। लेकिन इतना तय है कि इस चुनाव में इस सीट पर करीब ढाई से तीन लाख मुसलमान निर्णायक होने जा रहा है।
सीमा प्रधान को बजाए समाजवादी के रालोदी के तौर पर उतारने के पहले से ही संकेत मिल रहे हैं, लेकिन रालोद से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छीन जाने के बाद अब हो सकता है कि रणनीति में कुछ बदलाव आ जाए। वहीं दूसरी ओर भाजपा में टिकट मांगने वालों की संख्या करीब पचास है। इसमें से तीन का चुनाव करना स्क्रिनिंग कमेटी के लिए पहाड़ तोड़ने सरीखा है। जो तीन नाम फाइनल होंगे उसमें से भी किसी एक पर आला कमान मोहर लगाएगा। लेकिन उससे पहले का काम भी स्क्रिनिंग कमेटी के लिए कम दुरूह नहीं। टिकट की कतार में खड़े होने वालों की बात की जाए तो iपुराने भाजपाई अश्वनी कंबोज भी मजबूती से डटे हैं, उनके अलावा अन्य में पूर्व विधायक रविंद्र भड़ाना, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मनोज पोसवाल, नरेश गुर्जर, पूर्व मेयर सुशील गुर्जर, देवेंद्र गुर्जर और विनय प्रधान और बलराज डूंगर सिफारिश लगा रहे हैं। पंजाबी प्लस जाट प्लस महिला के नाम पर कैंट बोर्ड की निवर्तमान उपाध्यक्ष बीना वाधवा मजबूत दावेदारी कर रही हैं। उनके पति सुनील वाधवा पंजाबी हैं। दावेदारों की कतार में डॉ. तनुराज सिरोही, डॉ. जेवी चिकारा, अनुज राठी, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित चौधरी, विनोद चौधरी, अंजू वारियर, पूर्व पार्षद, रविंद्र तेवतिया, सचिन सिरोही, राहुल आदि कतार में हैं। पूर्व एमएलसी हरपाल सैनी का नाम लिया जा रहा है। कुछ समय से वह भी भाजपा के कार्यक्रमों ने नजर आने लगी हैं। पूर्व मेयर हरिकांत अहलूवालिया एक बार फिर आलाकमान के दरबार में हाजिर हैं।
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