सुभारती विश्वविद्यालय में  विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस का आयोजन


मेरठ।
स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के सरदार पटेल सुभारती विधि संस्थान के निदेशक राजेश चन्द्रा (भूतपूर्व न्यायमूर्ति, प्रयागराज उच्च न्यायालय, उ.प्र.) के दिशा निर्देशन एवं प्रो. (डॉ.) वैभव गोयल भारतीय, संकायाध्यक्ष, सुभारती लॉ कॉलिज तथा प्रो. (डॉ.) आर.के.घई, संकायाध्यक्ष, सुभारती प्रबन्धन व वाणिज्य संस्थान के मार्ग दर्शन में एक ऑनलाइन क्विज का आयोजन विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के अवसर पर किया गया।

इस अवसर पर लॉ कॉलिज के निदेशक राजेश चन्द्रा ने विद्यार्थियों को बताया कि प्रतिवर्ष 15 मार्च को विश्व उपभोक्ता दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को एक उपभोक्ता के रूप में उनके क्या अधिकार हैं, विषय पर जागरूक करना है। उपभोक्ता के रूप में एक व्यक्ति को सुरक्षा का अधिकार, सूचना का अधिकार, सुनवाई का अधिकार, समस्याओं के समाधान का अधिकार, चुनने का अधिकार तथा उपभोक्ता शिक्षा का अधिकार आदि प्राप्त है।

प्रो. (डॉ.) वैभव गोयल भारतीय ने बताया कि वैश्वीकरण के चलते अब हम ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनो प्रकार से खरीदारी करते हैं, जिसके चलते एक उपभोक्ता के रूप में हमें अपने अधिकारों का ज्ञान होना अति आवश्यक है। विधि के क्षेत्र में होने के कारण ये हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम स्वयं तो जागरूक उपभोक्ता हों ही, साथ ही अन्य लोगों को भी जागरूक करें। उन्होंने कहा कि पढ़े लिखे उपभोक्ता को जागरूक होना चाहिए, क्योंकि कुछ दुकानदार प्रिंट रेट से ज्यादा कीमत लेते है और एक्सपायरी सामान बेचते है, किसी भी तरह से दुकानदार अगर उपभोक्ता के अधिकारों का हनन करता है तो आप उसकी शिकायत नेशनल कंज्यूमर हेल्पलॉइन नम्बर 1915 पर या ऑनलाइन भी कर सकते हैं।

प्रो. (डॉ.) आर.के.घई ने विद्यार्थियों को बताया कि ग्राहक ही भगवान होता है, सभी लोग इसे बड़े गर्व से कहते है। सामान बेचने के लिए लोग मीठी बाते करते है पर हकीकत तो यह है कि वह ग्राहक को ही ठगते है।   

ज्ञात हो कि “रेसपोन्सबिल्टी फोरमोस्ट राईटस लेटर” सुभारती विश्वविद्यालय की सर्वोत्तम प्रथाओं में से एक, के अनुसरण में प्रो. (डॉ.) रीना बिश्नोई द्वारा इस उपभोक्ता अधिकार जागरूकता प्रश्नोत्तरी का आयोजन विद्यार्थियों, शोधार्थियों, शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों तथा जनसामान्य के मध्य उपभोक्ता एवं उसके अधिकारों के प्रति जागरूकता प्रसारित प्रचारित करने हेतु किया गया। इस प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग कर उपभोक्ता अधिकारों के प्रति जानकारी प्राप्त की गई।

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